जिला स्तरीय किसान मेला आयोजन का मुख्य उद्देश्य जैविक खेती, उपज और सही उन्नत कृषि की जानकारी देना: मंत्री मोहम्मद अकबर
कवर्धा: जिले के अंतिम छोर में बसे सुदूर वनांचल बैगा बाहुल क्षेत्र बोड़ला विकासखंड के ग्राम झलमला में उस क्षेत्र के किसानों को जैविक खेती, उपज और उन्हें सही उन्नत कृषि की जानकारी देने जिला स्तरीय किसान मेला का आयोजन किया गया। प्रदेश के वन, परिवहन, आवास एवं पर्यावरण मंत्री और कवर्धा विधायक श्री मोहम्मद अकबर जिला स्तरीय किसान मेला में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। मंत्री श्री अकबर ने छत्तीसगढ़ महतारी की छायाचित्र पर पूजा अर्चना और राजगीत के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की।
केबिनेट मंत्री श्री अकबर ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा की जिला स्तरीय कृषि मेला आयोजन का मुख्य उद्देश्य कृषि के क्षेत्र में उन्नत तरीकों सहित ग्रामीण जन जीवन के विकास की जानकारी देना, ताकि किसान अधिक से अधिक लाभ अर्जित कर सकें। सभी किसानों को इसका लाभ लेना चाहिए। इस दौरान मंत्री श्री अकबर ने बोड़ला जलग्रहण परियोजना अंतर्गत 28 जलग्रहण निर्माण के लिए 1 करोड़ 43 लाख 55 हजार के विकास कार्यों की सौगात दी। उन्होंने 4 चेकडेम, 2 स्टाप डेम, 16 कुआं और 6 डबरी निर्माण कार्य की घोषणा की। इस दौरान मंत्री श्री अकबर ने बोड़ला जल परियोजना अंतर्गत 8 जल ग्रहण समितियों में 8 सचिव को संविदा पद पर नियुक्ति पत्र प्रदान किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जनपद पंचायत अध्यक्ष बोड़ला श्रीमती अमिता प्रभाती मरकाम ने की।
केबिनेट मंत्री श्री अकबर ने कार्यक्रम में जलग्रहण परियोजना योजनांतर्गत 44 हितग्राहियों को 1.5 एच पी के विद्युत पंप, 11 हितग्राहियों को 3 एचपी के डीजल पंप, आजीविका अंतर्गत 10 स्व सहायता समूह को विभिन्न कार्यों के लिए 2 लाख 80 हजार रूपए का चक्रीय राशि और जिला खनिज न्यास अंतर्गत 10 हितग्राहियों को 2 एचपी के सिंचाई पंप प्रदान किया। उन्होंने एक्सटेंशन रीफर्मा आत्म योजना के तहत जिले में कृषि के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 10 किसानों को प्रशस्ति पत्र और प्रोत्साहन राशि प्रदान कर सम्मानित किया गया। 1 हजार कृषको को 1 हजार लीटर गौ मूत्र से निर्मित जैविक कीटनाशक ब्रम्हात्र का निःशुल्क वितरण किया गया। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अंतर्गत 5 किसानों को बीमा राशि का भुगतान प्रमाण पत्र, किसानों को उन्नत उड़द बीज का मिनी कीट और जय मां संतोषी स्व सहायता समूह झलमला को जैविक कीटनाशक और वर्मी खाद का उपयोग कर जैविक साग सब्जी उत्पादन के लिए प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। इस दौरान मंत्री श्री अकबर ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाये गये स्टॉल में प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
केबिनेट मंत्री श्री अकबर ने कहा कि जिला स्तरीय किसान मेला में विभिन्न विभागों के प्रदर्शनीय द्वारा किसानों के हित में संचालित योजनाओं को प्रदर्शित किया गया है। साथ ही इसके बारे में जानकारी दी जा रही है जिसमे सभी किसानों को इसका लाभ लेना चाहिए। उन्होंने कहा की शासन की सभी योजनाएं ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए है। गांव के निवासियों के लिए योजना संचालित की जा रही है। जब गांव के निवासी आर्थिक रूप से सशक्त होंगे तो ग्रामीण अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगा। कैबिनेट मंत्री श्री अकबर ने अपने विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होते हुए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल नेतृत्व वाली में राज्य सरकार की सफलता एवं गौरवशाली 4वर्ष में हुए विकासमूलक कार्यों और योजनाओं की विस्तार से लोगों को जानकारी दी।
केबिनेट मंत्री श्री अकबर ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री बघेल के नेतृत्व में सरकार के गठन के साथ ही किसानों से संबंधित मुद्दे सर्वोपरि रहे हैं, सर्वप्रथम कृषि ऋणों की माफी की गई किसानों के लगभग 11 हजार करोड़ रूपए की ऋण माफी किया गया। प्रदेश के भूमिहीन श्रमिकों के आर्थिक विकास के लिए राजीव गांधी भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना बनाई गई है। इस योजना के तहत भूमिहीन श्रमिक मजदूरों के बैंक खातों में सीधे राशि का भुगतान किया गया है। गौ पालको, किसानों और नागरिकों के आय को बढ़ाने के लिए गोधन न्याय योजना बनाई गई है। राज्य सरकार द्वारा वनोपज संग्रहण से जुड़े प्रदेश के लाखों परिवारों के विकास के लिए 7 प्रकार के वनोपज बढ़ाकर 65 प्रकार की वनोपज की खरीदी की जा रही है। तेंदूपत्ता प्रतिमानक बोरा 2500 से बढ़ाकर 4000 रूपए किया गया है। शहीद महेंद्र कर्मा तेंदुपत्ता संग्राहक सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत छत्तीसगढ़ सरकार सभी पंजीकृत तेंदुपत्ता संग्राहक परिवारों को 4 लाख रुपए तक की सहायता राशि प्रदान की जा रही है। छत्तीसगढ़ प्रदेश में सर्वाधिक मात्रा में लघु वन उपज की खरीदी की जा रही है। कार्यक्रम में श्री सुमरन सिंह धुर्वे, श्री अमृत धुर्वे, श्री नीलू चंद्रवंशी, श्री सनत जायसवाल, जिला कृषि उपज मं़डी के अध्यक्ष नीलकंठ साहू, उपाध्यक्ष श्री चोवाराम साहू, पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेंद सिंह, डीएफओ श्री चूड़ामणि सिंह, उपसंचालक कृषि राकेश शर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारीगण एवं ग्रामीण उपस्थित थे।