कोण्डागांव: शनिवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा मुंगेली के सरगांव से 'भरोसे का सम्मेलन' से पूरे राज्य में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई उड़ान देने वाली महत्वपूर्ण योजना महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क का वर्चुअल माध्यम से लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर वर्चुअल माध्यम से विधानसभा अध्यक्ष चरण दास महंत, पंचायत ग्रामीण विकास एवं कृषि मंत्री रविंद्र चौबे, नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री शिव डहरिया, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत भी उपस्थित रहे।
इस अवसर पर जिले में करनपुर एवं जुगानीकलार में स्थित रीपा में प्रथम फेज के लोकार्पण कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस अवसर पर कलेक्टर दीपक सोनी, जिला पंचायत अध्यक्ष देवचंद मातलाम, जनपद अध्यक्ष शीश कुमारी चनाप, उपाध्यक्ष सुखराम मरकाम, एसडीएम सीमा ठाकुर, विधायक प्रतिनिधि बुधमन दीवान, मानसाय निषाद, मनसु राम नेताम, पिंकी दास, जयलाल कोर्राम, सरपंच बिसम नेताम एवं जनपद पंचायत फरसगांव के अन्य ग्राम पंचायतों के सरपंच, उपसरपंच, पंच एवं ग्रामीण उपस्थित रहे।
जिला पंचायत अध्यक्ष देवचंद मातलाम ने लोगों को रीपा में कार्य हेतु प्रोत्साहित करते हुए कहा कि रीपा में स्थानीय आवश्यकता के अनुरूप उत्पादन कार्य किया जा रहा है ऐसे में हम सभी को आवश्यकता है कि हम सभी स्थानीय परंपरागत निर्मित उत्पादों का उपयोग करें और पर्यावरण संरक्षण के साथ स्थानीय लोगों को रोजगार प्रदान करें।
इस अवसर पर कलेक्टर ने कहा कि आज जनपद पंचायत फरसगांव के ग्राम पंचायत जुगनी कलार में प्रथम फेस के तहत् इकाई यूनिट का लोकार्पण किया जा रहा है l राज्य सरकार के द्वारा ग्रामीणों अंचल में रहने वालो महिला पुरुष दोनों वर्ग को ध्यान में रखते हुए ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सुधार के साथ साथ ग्रामीणों को रोजगार से जोड़कर के उनकी आर्थिक स्थिति सुधारने का एक बेहतर प्रयास किया जा रहा है। जिसके तहत जिले में रीपा के अंर्तगत सभी ग्राम पंचायतों में उनकी विशेषताओं को ध्यान में रखते हुए अगल-अलग गतिविधियों का चयन किया गया है। ग्राम पंचायत जुगनीकलार में रीपा के तहत् वर्तमान में हल्दी, मिर्ची और धनिया मसाला पाउडर निर्माण, दोना पत्तल, इमली प्रसंस्करण इकाई के साथ बांस शिल्प कला के तहत् ग्रामीणों को रीपा प्रॉजेक्ट अंतर्गत प्रारंभ किया जा रहा है। प्रथम फेस में समूहों के निर्माण एवं गतिविधियों के संचालन कार्यों को जोड़ा गया है अन्य दो फेसों के प्रारम्भ के साथ अन्य गतिविधियों को जोड़ते हुए रीपा निर्माण को पूर्ण किया जाएगा। रीपा के तहत् बेहतर मार्केटिंग में सहयोग के लिए विशेषज्ञ तकनीकी एजेंसियों को भी जोड़ा गया है।
उल्लेखनीय है कि महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क का उद्देश्य ग्रामीण गरीब परिवारों के लिए आजीविका के माध्यम से अतिरिक्त आय के साधन सृजित करना है एवं स्थानीय संभावनाओं के अनुरूप कच्चे माल के स्त्रोत एवं मार्केटिंग विकसित करते हुए ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा देना है। इस योजना के अंतर्गत जिले के सभी 05 विकासखंडों में 10 महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्कों का विकास किया जा रहा है।
जिले में इस योजना के अंतर्गत संचालित 10 महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क में 26 विभिन्न प्रकार के कुल 39 आजीविकामूलक गतिविधियों का संचालित किया जायेगा। प्रथम चरण में आज जिले में 17 आजीविका गतिविधियों मुर्गीदाना उत्पादन, अण्डा उत्पादन, दोना पत्तल निर्माण, पेपरकप निर्माण, मसाला उत्पादन, फलाईएश ब्रिक्स निर्माण, ईमली प्रसंस्करण दाल प्रसंस्करण, राट आयरन शिल्पकला, बांस शिल्पकला, बेल मेटल शिल्पकला, वुड वर्क इकाई वेल्डिंग इकाई एवं फिनाइल निर्माण इत्यादि का शुभारंभ किया जा रहा है।
जिले में उक्त 10 महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्कों में 20 महिला स्व-सहायता समूहों को आजीविका गतिविधि से जोड़ा गया है। वर्तमान में इस वृहद योजना को तीन फ़ेस में पूरा करते हुए कार्य किया जाएगा। इसके पहले फ़ेस जिसमें आज आजीविकामूलक गतिविधियों एवं उनसे जुड़ी संरचनाओं का लोकार्पण किया जा रहा है। इसके पश्चात 2 अन्य फेसों में रीपा को पूर्ण किया जाएगा।