नक्सल प्रभावित क्षेत्र में बन रही सड़क

Update: 2023-06-02 03:18 GMT
रायपुर: छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के विकास-विश्वास और सुरक्षा की नीति रंग ला रही है और इसके अच्छे परिणाम भी मिल रहे हैं। कोण्डागांव जिले में लगभग दो साल पहले नक्सलियों के उत्पात के कारण बंद पड़ी सड़क अब फिर से शुरू हो गई है। जिले के पहाड़ी क्षेत्र में स्थित गांव कुएमारी को राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ने वाली सड़क का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है। जिला प्रशासन के आला अफसर लोगों का भरोसा जीतने के लिए लगातार संवेदनशील इलाकों का दौरा कर रहे हैं और विकास कार्यों के निरीक्षण के साथ-साथ ग्रामीणों से रूबरू होकर उनकी समस्याओं का निराकरण भी कर रहे हैं।
नक्सल प्रभावित क्षेत्र में बन रही सड़क
जिले के आला अफसर संवेदनशील इलाकों में लोगों के बीच चौपाल लगाकर समस्याओं को सुन रहे हैं। कोण्डागांव जिले के कुएमारी में कलेक्टर श्री दीपक सोनी और पुलिस अधीक्षक श्री अक्षय कुमार येदुवेल्ली बिना किसी तामझाम के पहुंचे और एक पेड़ के नीचे चौपाल लगाकर ग्रामीणों से चर्चा की। राष्ट्रीय राजमार्ग से कुएमारी तक लगभग 25 किलोमीटर सड़क बनाई जा रही है। लगभग 16 किलोमीटर डामरीकृत पक्की सड़क बनकर तैयार हो चुकी है। इसके आगे लगभग 9 किलोमीटर सीमेंट कांक्रीट सड़क का काम भी शुरू हो गया है। लगभग 2 किलोमीटर सीमेंट कांक्रीट सड़क बनकर तैयार हो चुकी है, इस सड़क को पूर्ण करने का काम युद्ध स्तर पर जारी है। गौरतलब है कि कुएमारी सड़क निर्माण के दौरान 25 मार्च 2021 को नक्सलियों द्वारा सड़क निर्माण में लगे 17 वाहनों में आगजनी की गई थी, इसके बाद काफी लम्बे समय से काम बंद था।
कैम्प बनने से नक्सल गतिविधियों में कमी
आला अफसरों ने बटराली से कुएमारी तक के निर्माणाधीन सड़क के निरीक्षण के दौरान ग्रामीणों से चर्चा भी की और इस सड़क को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। गौरतलब है कि कोण्डागांव के इस क्षेत्र में नक्सल गतिविधियों की रोकथाम के लिए लगभग 8-10 माह पहले सीआरपीएफ कैम्प की स्थापना की गई थी। उसके बाद इस क्षेत्र में नक्सल गतिविधियों में कमी देखी जा रही है। कलेक्टर ने ग्रामीणों से चर्चा के दौरान कहा कि कुएमारी क्षेत्र में बन रही सड़क ना केवल मारी क्षेत्र अपितु पूरे कोण्डागांव जिले के लिए विकास की नई सड़क होगी, जिससे मारी क्षेत्र में बसे अनेकों गांव को बाहरमासी आवागमन की सुविधा मिलेगी। यहां के पर्यटन क्षेत्रों को नई पहचान मिलेगी।
पर्यटन को बढ़ावा, मुख्यधारा से जुड़ेंगे गांव
कोण्डागांव का मारी क्षेत्र बाक्साइड धारित पहाड़ी और पठारी क्षेत्र होने के साथ-साथ यहां आवागमन के लिए सड़के नहीं होने के कारण अत्यंत दुर्गम था। जिसके कारण यहां नक्सल गतिविधियां थी, लेकिन यहां अब सड़क बनाने का काम तेजी से जारी है। इस सड़क के बनने से अब तक दुनिया की नजरों से दूर 21 से अधिक वाटरफॉल, लिंगो देवपथ क्षेत्र के महापाषाण काल के अवशेष, गढ़धनोरा एवं 5वीं सदी के भोंगापाल के बौद्ध चैत्यों को भी नई पहचान मिलेगी। इस सड़क से कुएमारी एवं आस पास के 10 गांव विकास की मुख्यधारा से जुड़ जाएंगे।
कलेक्टर ने दी नए कार्यों को मंजूरी
कलेक्टर से चर्चा में ग्रामीणों ने बताया कि सड़क निर्माण होने से वे बहुत उत्साहित हैं और अब उन्हें शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी सुविधाओं के साथ ही राशन, बीज-खाद समय पर उपलब्ध होंगे। वहीं कृषि उपज, वनोपज आदि को बाजार तक पहुंचाने में सुविधा मिलेगी। इस मौके पर कलेक्टर ने नवीन उचित मूल्य दुकान सह गोदाम निर्माण, स्वास्थ्य केन्द्र में चैनलिंक फेंसिंग, नवीन पुलिया निर्माण, नर्सरी विकास एवं पेयजल की व्यवस्था हेतु 3 नलकूप खनन करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। साथ ही कुएमारी में शासकीय प्राथमिक शाला मरम्मत कार्य का भी निरीक्षण कर शेष कार्यों को भी अतिशीघ्र पूर्ण करने को कहा।
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