रायपुर: मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने कहा है कि राज्य में खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए कार्ययोजना बनाए, जिससे वे राज्य के लिए विभिन्न राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन कर सकें। वे आज यहां मंत्रालय महानदी भवन में खेल विभाग के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। मुख्य सचिव ने तीरंदाजी खेल को प्रोत्साहित करने हेतु किए जा रहे विभिन्न कार्यों की जानकारी ली और खेल विधाओं हेतु सीएसआर मद के लिए उद्योगों के प्रतिनिधियों का आवश्यक सहयोग लेने के निर्देश दिए। बैठक में मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू और खेल एवं युवा कल्याण विभाग की अपर मुख्य सचिव श्रीमती रेणु जी. पिल्ले, सचिव श्री एन.एन. एक्का, संचालक खेल एवं युवा कल्याण श्रीमती श्वेता सिन्हा भी उपस्थित थी।
बैठक में खेल विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राज्य में वर्तमान में आर्चरी प्रशिक्षण के लिए खेल एवं युवा कल्याण विभाग तथा आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा आवासीय एवं गैर आवासीय खेल अकादमी का संचालन किया जा रहा है। आवासीय अकादमियों में राज्य खेल प्रशिक्षण केन्द्र बहतराई बिलासपुर, तीरंदाजी अकादमी रायपुर और बीजापुर स्पोर्ट्स आवासीय अकादमी संचालित की जा रही है। गैर आवासीय अकादमी में तीरंदाजी अकादमी रायपुर शिवतराई उप केन्द्र बिलासपुर और बीजापुर स्पोर्ट्स अकादमी में खिलाड़ियों को आर्चरी का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जगदलपुर में शहीद गुण्डाधूर आवासीय अकादमी इस साल से प्रारंभ की जा रही है। तीरंदाजी के नियमित प्रशिक्षण हेतु प्रत्येक जिला में फीडर सेंटर प्रारंभ किए जाने की योजना है।
इसी प्रकार राज्य के संभागीय मुख्यालयों में बिलासपुर, रायपुर, बस्तर, दुर्ग और अंबिकापुर में संभागीय खेल अकादमियों का संचालन प्रस्तावित है। राज्य में 13241 राजीव युवा मितान क्लबों का गठन किया गया है। क्लबों में खेल एवं सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियां संचालित की जा रही है। राजीव युवा मितान क्लबों को 52 करोड़ 46 लाख की राशि प्रदाय की जा चुकी है। क्लबों द्वारा संचालित गतिविधियों की नियमित समीक्षा की जा रही है।