रायपुर: झमाझम बारिश में भी जिले में पूरे उल्लास और गरिमामय मनाया गया स्वतंत्रता दिवस समारोह
रायपुर: आजादी की 75वीं वर्षगांठ का अवसर और झमाझम होती बारिश के बीच भी स्वतंत्रता दिवस समारोह जिले में पूरे जोश और हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया। जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर स्थित शासकीय आदर्श रामानुज उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के मिनी स्टेडियम में आयोजित स्वतंत्रता दिवस के मुख्य समारोह में छत्तीसगढ़ शासन में उच्च शिक्षा, कौशल विकास, तकनीकी शिक्षा, खेल एवं युवा कल्याण विभाग के संसदीय सचिव श्री पारसनाथ राजवाड़े ने मुख्य अतिथि के रूप में ध्वजारोहण कर परेड की सलामी ली। इसके बाद श्री राजवाड़े ने तिरंगे के प्रतीक रंग बिरंगे गुब्बारे एवं शान्ति के प्रतीक श्वेत कपोत आकाश में छोड़े। इस दौरान संचालक, सीजीएमएससी एवं मनेन्द्रगढ़ विधायक डॉ विनय जायसवाल भी शामिल रहे।
स्वतंत्रता दिवस समारोह में राज्य के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का जनता के नाम सन्देश का वाचन मुख्य अतिथि श्री राजवाड़े ने किया। संदेश वाचन करते हुए देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ के पावन और गौरवशाली अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं प्रेषित की तथा देश की आजादी में अपना योगदान देने वाले महान विभूतियों की शहादत को याद किया। उन्होंने कहा कि न्याय योजनाओं की पहल की गई थी उसे निरन्तर आगे बढ़ाने के लिए भी शासन संकल्पबद्ध है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने संदेश में कहा है कि आपसी विश्वास, समन्वय, सद्भाव, एकता और समझदारी की बदौलत हम भावी चुनौतियों का मुकाबला भी पूरी क्षमता से करेंगे। आज़ादी की 75वीं वर्षगांठ से फिर एक नया सफर शुरू होगा, जो न्याय की हमारी विरासत के साथ आगे बढ़ेगा और गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ का लक्ष्य पूरा करेगा।
'मुख्य अतिथि ने शहीदों के परिजनों एवं जिले में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 67 अधिकारी कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर किया सम्मानित-'
कार्यक्रम में श्री राजवाड़े ने शहीदों के परिजनों को शाल व श्रीफल देकर सम्मानित किया। इसके साथ ही जिले में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 67 अधिकारियों-कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री कुणाल दुदावत, अपर कलेक्टर श्री सुखनाथ अहिरवार, स्थानीय जनप्रतिनिधिगण, गणमान्य नागरिक, प्रिन्ट व इलेक्ट्रानिक मीडिया के प्रतिनिधियों सहित जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के अधिकारी-कर्मचारी एवं नगरवासी मौजूद थे।