विशेष पिछड़ी जनजाति के नये मतदाताओं को इपिक कार्ड देकर किया सम्मानित

Update: 2023-01-26 02:50 GMT
रायपुर: राज्यपाल अनुसुईया उइके 13वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुईं। राज्यपाल ने इस दौरान मतदाताओं के जागरूकता के लिए लगाई गई प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। उन्होंने ''लोकतंत्र पर मेरी अभिव्यक्ति'' पटल पर अपना संदेश भी लिखा, जिसमें राज्यपाल ने मतदाताओं को राष्ट्रीय मतदाता दिवस की शुभकामनाएं दी और अपने मताधिकार का अनिवार्य रूप से प्रयोग करने का आह्वान किया। राष्ट्रीय मतदाता दिवस के मुख्य कार्यक्रम में राज्यपाल सुश्री उइके ने निर्वाचन में उत्कृष्ट कार्य करने वाले जिले, अधिकारियों-कर्मचारियों, स्टेट आईकन, पुलिस के जवानों तथा नये मतदाताओं को सम्मानित किया। राज्य निर्वाचन आयोग ने पहल करते हुए प्रदेश के विशेष पिछड़ी जनजाति के नये मतदाताओं को इस वर्ष विशेष रूप से आमंत्रित किया और उन्हें भी राज्यपाल ने इपिक कार्ड देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में देश के मुख्य निर्वाचन आयुक्त का वीडियो संदेश भी प्रसारित किया गया। इस अवसर पर राज्य निर्वाचन आयुक्त ठाकुर राम सिंह तथा मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती रीनाबाबा साहब कंगाले उपस्थित थे।
राज्यपाल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सभी मतदाताओं को 13वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस की शुभकामनाएं दी और सभी स्टेट आईकन और सम्मानितों का अभिवादन किया। राज्यपाल ने कहा कि निर्वाचन आयोग प्रतिवर्ष मतदाता दिवस को उत्सव के रूप में मनाता है, जिसका उद्देश्य है कि देश के नागरिक सजग हो और बिना किसी भय, प्रलोभन व दबाव के अपने मताधिकार का उपयोग करें। उन्होंने कहा कि ग्राम स्तर से लेकर देश के संसद तक निर्वाचित जनप्रतिनिधि कैसे होंगे, यह पूर्ण रूप से मतदाताओं पर निर्भर करता है जिससे अंततः देश के विकास का मार्ग प्रशस्त होता है।
राज्यपाल ने नये मतदाताओं से कहा कि आप सभी को अपने मत का महत्व समझना होगा। विभिन्न उदाहरणों के माध्यम से उन्होंने एक-एक मत की उपयोगिता को समझाया। उन्होंने धर्म, जाति से ऊपर उठकर, सजगता के साथ मतदान करने का भी आग्रह किया। राज्यपाल ने कहा कि अपने प्रतिनिधि को चुनने में मतदाता अपने विवेक का प्रयोग करें। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा 'नो योर केंडिडेट' के माध्यम से चुनाव में प्रतिभागियों की जानकारी साझा की जाती है, इसलिये मतदाता प्रत्याशियों के संबंध में पूरी तरह से जानकर ही अपने मत का प्रयोग करें।
राज्यपाल ने निर्वाचन आयोग की कार्यप्रणाली, इसके गरिमामयी इतिहास तथा क्रमिक रूप से तकनीक व नवाचारों के माध्यम से चुनाव प्रणाली में हुए सकारात्मक बदलावों पर प्रकाश डाला। उन्होंने निर्वाचन से जुड़े अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि कठिन व चुनौती भरे समय में भी आयोग ने अपनी विश्वसनीयता बनाये रखी। उन्होंने प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से सफलतापूर्वक मतदान संपन्न कराने में योगदान देने वाले कर्मियों की भी सराहना की।
राज्यपाल सुश्री उइके ने कहा कि राष्ट्रीय मतदाता दिवस के आयोजन के माध्यम से निश्चित रूप से लोकतंत्र के प्रति हम अपनी जिम्मेदारियों को लेकर सचेत होंगे और अपने बहुमूल्य मत का उपयोग लोकतंत्र की मजबूती और देश के विकास में अपनी भागीदारी निभाने के लिए करेंगे। यह अवसर हमारी लोकतांत्रिक प्रणाली में विश्वास जताने और उसे दृढ़ता प्रदान करने के संकल्प का है। उन्होंने आगे कहा कि आज का दिन 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने वाले नये मतदाताओं का स्वागत करने का भी है, जो आने वाले समय में मतदान के माध्यम से लोकतांत्रिक परम्परा को आगे बढ़ाएंगे। इस अवसर पर राज्यपाल ने सम्मानित स्टेट आइकन से कहा कि आप सभी ने लोकतंत्र के प्रति अपने वास्तविक दायित्वों का निर्वहन किया है। ऐसे प्रयासों से ही लोकतंत्र के प्रति लोगों की आस्था और प्रगाढ़ होगी।
राज्य निर्वाचन आयुक्त ठाकुर रामसिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि लोकतंत्र की गाड़ी निर्वाचन के पहिए पर चलती है। लोकतंत्र में एक-एक मतदाता की सहभागिता है। उन्होंने अपील की कि सभी निर्वाचक मतदान में अपनी भागीदारी देकर मतदाता बनें और मतदान के शत-प्रतिशत लक्ष्य को प्राप्त करने में अपना कर्तव्य निभाएं। आयुक्त श्री सिंह ने निर्वाचन की तैयारियों, आवश्यक भौतिक व मानव संसाधनों, लागत, कार्य प्रणाली जैसे बिन्दुओं पर सूक्ष्म जानकारी साझा की।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती रीना बाबा साहेब कंगाले ने कहा कि यह दिन हमें अपने लोकतांत्रिक अधिकारों की याद दिलाता है कि हम अपने मत का प्रयोग देश निर्माण में करें। उन्होंने नए मतदाताओं को निर्वाचक नामावली में शामिल होने और चुनाव की गौरवशाली परंपरा से जुड़ने पर स्वागत किया। श्रीमती कंगाले ने बताया कि यह राष्ट्रीय मतदाता दिवस ''वोट जैसा कुछ नहीं, वोट जरूर डालेंगे'' की थीम पर आधारित है। उन्होंने निर्वाचन आयोग द्वारा देश में चलाई जा रही ऑनलाईन सुविधाओं जैसे गरूड़, सी.विजिल एप्प तथा के.वाई.सी. (अपने केंडिडेट को जानो) जैसी सुविधाओं तथा इसकी उपयोगिता के बारे में जानकारी दी और इन तकनीकों का अधिक से अधिक उपयोग करने का आग्रह किया। उन्होंने मतदान में महिलाओं की बढ़ती भूमिका पर खुशी जाहिर की और उससे जुड़े आंकड़े भी साझा किये।
इस अवसर पर इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति श्री गिरीश चंदेल ने कहा कि लोकतंत्र में मतदान ही एक ऐसा अधिकार है जो सही सरकार लाने में हमारी मदद करता है।
राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने 13वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय परिसर में लगाई गई मतदाता जागरूकता प्रदर्शनी का भी शुभारंभ किया। प्रदर्शनी में देश 1952 के प्रथम चुनाव की दुर्लभ तस्वीरों से लेकर हाल ही में प्रदेश में संपन्न हुए उपचुनाव से जुड़े छायाचित्रों के माध्यम से आयोग के गौरवशाली इतिहास को साझा करने का प्रयास किया गया है। साथ ही प्रदेश में संपन्न विभिन्न चुनावों एवं उपचुनावों के दौरान निर्वाचन पदाधिकारियों एवं बूथ लेवल ऑफिसरों द्वारा मतदान व्यवस्था तथा नवाचारों से संबंधित चित्र भी लोग यहां देख सकते हैं। इसी प्रकार आम जनता को जागरूक करने के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा विभिन्न गतिविधियां भी आयोजित की गई है। प्रदर्शनी का अवलोकन कराते हुए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती रीना बाबा साहेब कंगाले ने राज्यपाल को चुनाव में प्रयुक्त होने वाली ई.वी.एम एवं वी.वी.पी.ए.टी. मशीन के कार्यप्रणाली एवं तकनीक के बारे में जानकारी दी। साथ ही मतदान के दौरान दूरस्थ एवं अनुसूचित क्षेत्रों में आने वाली चुनौतियों के बारे में चित्रों के माध्यम से राज्यपाल को अवगत कराया।
राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर आज आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने मतदाता जागरूकता तथा मतदान के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाले जिलों तथा अधिकारी कर्मचारियों को सम्मानित किया। राज्य स्तरीय सर्वश्रेष्ठ जिले का पुरस्कार जिला उत्तर-बस्तर कांकेर, राज्य स्तरीय सर्वश्रेष्ठ जिला (स्वीप) का पुरस्कार जिला बलरामपुर-रामानुजगंज को प्रदान किया गया। इसी प्रकार उत्कृष्ट कार्य करने वाले निर्वाचन अधिकारियों, क्रिएटिव स्लोगन तैयार करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों तथा सहायक प्रोग्रामर को भी सम्मानित किया गया। इस अवसर पर अतिरिक्त निर्वाचन पदाधिकारी सुश्री शिखा राजपूत तिवारी, राज्य निर्वाचन आयोग के अधिकारी-कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में युवा मतदाता उपस्थित थे।
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