जशपुरनगर: कलेक्टर डॉ रवि मित्तल ने विगत दिवस पत्थलगांव विकासखण्ड के जनपद कार्यालय सभाकक्ष में सभी सरपंचों की बैठक लेकर जमीनी स्तर पर शासकीय योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन करने एवं पात्र हितग्राहियों को योजनाओं का प्राथमिकता से लाभ पहुचाने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री जितेन्द्र यादव, जनपद सीईओ श्री तुलसी दास मरकाम सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी एवं सभी पंचायतो के सरपंच उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर ने सभी सरपंचो से उनकी समस्याओं एवं अपेक्षाओं के संबंध में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार समाज के सभी वर्ग के लोगों के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाओं का संचालन कर रही है। जिनका लाभ आम जनों को दिलाने हेतु प्रशासन सतत प्रयासरत है। उन्होंने सभी सरपंचों को जमीनी स्तर पर सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं के क्रियान्वयन में व्यक्तिगत रुचि लेकर कार्य करने के लिए कहा।
कलेक्टर ने सभी सरपंच को अच्छा कार्य करने हेतु प्रोत्साहित करते हुए कहा कि सभी बढ़िया कार्य कर रहे है, इसी प्रकार आगे भी बेहतर कार्य करते रहे। उन्होंने कहा कि जनपद के कुछ सरपंचों ने स्वास्थ्य, कुपोषण, शिक्षा, स्वच्छता के क्षेत्र में बेहतर कार्य किया है। जिनकी प्रशंसा जिला सहित राज्य मे हो रही है। कलेक्टर ने पाकरगांव पंचायत की सरपंच श्रीमती धर्ममती प्रधान के स्वास्थ्य सुविधा के विकास हेतु किए प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि पाकरगांव स्वास्थ्य केंद्र संस्थागत प्रसव कराने में पूरे जिले में प्रथम स्थान पर है। इसी प्रकार कुपोषण सहित अन्य क्षेत्र में अच्छा कार्य करने वाले महेशपुर पंचायत के सरपंच श्री धनराम खलखो, किलकिला के श्री कमील साय बड़ा सहित अन्य सरपंचों के कार्याे की भी तारीफ करते हुए सभी सरपंचो को उनसे प्रेरित होकर बेहतर कार्य करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि पंचायतो में बेहतर कार्य करने वाले सरपंचों को सम्मानित किया जाएगा साथ ही उनके पंचायतो के आवश्यक कार्याे को प्राथमिकता से पूरा किया जाएगा।
कलेक्टर ने कहा कि सभी पंचायतों की अलग अलग समस्या रहती है , जिसके निराकरण में सभी लगे हुए है। कलेक्टर ने कहा कि सभी जनप्रतिनिधि समस्याओं के समाधन हेतु सकारात्मक सोच रखकर आगे बढ़े। छोटे छोटे आवश्यकताओं की स्थानीय स्तर पर ही पूर्ति करें। इस हेतु सभी अपने अंदर की इच्छा शक्ति को जागृत करे। जिससे क्षेत्र का स्वतः विकास हो।
डॉ.मित्तल ने उपस्थित सरपंचों को अपने क्षेत्र के आंगनबाड़ी, स्कूल, आश्रम-छात्रावास, स्वास्थ्य केंद्र का समय समय पर निरीक्षण कर केंद्रों का बेहतर संचालन कराने के लिए कहा। साथ ही इन संस्थानों में लिकेज सीपेज, छत्त की मरम्मत, खिड़की दरवाजा की रिपेयरिंग, पेयजल एवं विद्युत की व्यवस्था, रंगरोगन जैसे आवश्यक कार्य पंचायत स्तर पर ही पूर्ण करने के लिए कहा। साथ ही वहां अन्य जरूरत की सुविधाएं सुनिश्चित कराने के लिए कहा। कलेक्टर ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों में शत प्रतिशत बच्चों की उपस्थिति, उन्हें पौष्टिक आहार प्रदान करने, बच्चों का ग्रोथ चार्ट बनाने एवं उन्हें प्रारंभिक स्कूली शिक्षा प्रदान कराना सुनिश्चित कराने सभी जनप्रतिनिधियों की नैतिक जिम्मेदारी है। साथ ही कुपोषित बच्चों के पालकों से गृह भेंटकर उनमें जागरूकता लाने एवं गंभीर कुपोषित बच्चों को गोद लेकर उन्हें कुपोषण चक्र से बाहर लाने हेतु प्रयास करने के लिए कहा। डॉ मित्तल ने जिले के सभी पंचायतों में विभिन्न प्रकार के सामाजिक सुरक्षा पेंशनों हेतु पात्र लोगों का पंजीयन कर उन्हें लाभान्वित करने के लिए कहा। उन्होंने सरपंचों को किसान क्रेडिट कार्ड व आयुष्मान कार्ड के लाभ की जानकारी देते हुए अपने पंचायतो में शत प्रतिशत लोगों का केसीसी व आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए कहा। इस हेतु लोगों को योजनाओं की जानकारी देकर उन्हें लाभ लेने हेतु प्रोत्साहित करने के लिए कहा।
कलेक्टर ने सरपंचों को ग्राम स्वच्छता स्वास्थ्य समिति की नियमित रूप से बैठक लेकर ग्रामीणों को लाभान्वित करने की बात कही। इसी प्रकार मनरेगा के माध्यम से अधिक से अधिक कार्य स्वीकृत कर लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री यादव ने कहा कि जिले में अब से प्रत्येक माह जनपद स्तर पर सभी सरपंचो की बैठक आयोजित की जाएगी। जहाँ सभी सरपंच एक दूसरे अपने विचार, अपने पंचायतों में किए जा रहे नवाचार के साथ ही समस्याओं की जानकारी साझा करेंगे। साथ ही उक्त बैठक में प्रजेंटेशन के माध्यम से योजनाओं की जानकारी एवं लोगों को लाभान्वित करने हेतु अपनाए जाने वाले उपायों की जानकारी दी जाएगी। इस हेतु इस संबंध में जल्द ही तिथि निर्धारित कर विस्तृत कार्य योजना तैयार की जाएगी।