विधानसभा चुनाव के दृष्टिगत हुई बैठक, कर्मचारी डाटाबेस 30 अप्रैल तक करेंगे पूर्ण-कलेक्टर
खैरागढ़: विधानसभा चुनाव 2023 को दृष्टिगत रखते हुए कलेक्टर डॉ. जगदीश सोनकर के निर्देशानुसार मतदान दलों के गठन के लिए कर्मचारियों का डाटाबेस तैयार करने हेतु बैठक लिया गया। कर्मचारी डाटा प्रविष्टी सॉफ्टवेयर (पीपीईएस) के संबंध में आयोजित प्रशिक्षण में संस्थान द्वारा नियुक्त नोडल अधिकारी, सहायक प्रोग्रामर, डाटा एंट्री आपरेटर एवं लिपिक शामिल हुए।
सभी अधिकारी-कर्मचारी निर्वाचन कार्य को गंभीरतापूर्वक करेंगे-कलेक्टर
केसीजी कलेक्टर डॉ. जगदीश सोनकर ने निर्देश देते हुए कहा है कि "सभी अधिकारी-कर्मचारी निर्वाचन कार्य को गंभीरतापूर्वक करेंगे और सभी कर्मचारियों का डाटाबेस 30 अप्रैल तक पूर्ण करेंगे।" राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार प्रत्येक विभाग द्वारा अधिकारियों-कर्मचारियों का डाटा एंट्री अपने ही कार्यालय में किया जाएगा। उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि प्रशिक्षण देने का उद्देश्य नोडल अधिकारी द्वारा यह सुनिश्चित कराना है कि सभी अधिकारियों-कर्मचारियों का शत-प्रतिशत डाटा एंट्री हो, चाहे वह संविदा, प्लेसमेंट, डेलीवेजेस क्यों न हो। सभी विभाग के नोडल अधिकारी को सॉफ्टवेयर यूजर मैनुअल, यूजर आई.डी. एवं पासवर्ड सूचना विज्ञान अधिकारी एन.आई.सी. राजनांदगांव द्वारा प्रदान की गई। प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कि विभाग के सभी अधिकारियों-कर्मचारियों की डाटा एंट्री करनी होगी। मूल कार्यालय से अलग अन्य कार्यालय में संलग्न कर्मचारियों की एंट्री उस कार्यालय से करनी है, जहां से उनका वेतन निकाला जाता है। किसी भी परिस्थिति में कर्मचारी डाटाबेस में किसी भी कर्मचारी की एंट्री एक से अधिक बार नहीं होनी चाहिए।
प्रशिक्षण में दी गई, सॉफ्टवेयर में डाटा एंट्री हेतु जानकारी
प्रशिक्षण सॉफ्टवेयर में डाटा एंट्री के लिए दिशा-निर्देशदृ दिया गया। सॉफ्टवेयर में डाटा एंट्री प्रारंभ करने से पहले कार्यालय एवं समस्त कर्मचारियों की जानकारी संलग्न प्रारूप में तैयार करनी होगी। कर्मचारी डाटाबेस के सभी कॉलम की जानकारी अनिवार्य रूप से भरना होगा। कर्मचारी डाटाबेस में किसी भी अधिकारी-कर्मचारी का विवरण केवल एक बार ही भरना होगा। कर्मचारी डाटाबेस के फोटो कॉलम में संबंधित अधिकारी-कर्मचारी का कलर फोटो स्कैन कर अपलोड (जेपीजी फार्मेट में अधिकतम 20 केबी फाईल साईज) करना होगा। दिव्यांग, निशक्त अधिकारी-कर्मचारी का डाटा एंट्री करते समय दिव्यांगता, निशक्ता का प्रकार एवं प्रतिशत भी एंट्री करनी होगी। साथ ही सक्षम प्राधिकारी के द्वारा दिया गया दिव्यांगता, प्रमाण पत्र स्कैन कर अपलोड (जेपीजी फार्मेट में अधिकतम 100 केबी 150 केबी फाईल साईज) में करनी होगी।
निर्वाचन ड्यूटी का मानदेय सम्बंधित के बैंक खाते में जाएगा
निर्वाचन ड्यूटी में नियुक्त अधिकारियों-कर्मचारियों को मानदेय का भुगतान कैशलेश माध्यम से उनके बैंक अकाउंट में किया जाएगा। कर्मचारी डाटाबेस में संबंधित अधिकारी-कर्मचारी का वेतन जिस बैंक अकाउंट नंबर में जमा करवाया जाता है, उसका विवरण (अकाउंट नंबर, बैंक का नाम ब्रांच का नाम एवं उसका आईएफएससी कोड) भरना होगा। कर्मचारी डाटाबेस में अधिकारी-कर्मचारी का मतदाता पहचान क्रमांक (ईपीन/म्च्प्ब्) नंबर भरना होगा। यदि किसी अधिकारी-कर्मचारी का इपिक नहीं बना है तो संबंधितों के तत्कान इपिक तैयार किया जाकर इपिक नंबर कर्मचारी डाटाबेस में अनिवार्यतः प्रविष्ट करना होगा। अधिकारियों-कर्मचारियों का डाटाबेस अद्यतन होने के बाद अधिकारियों-कर्मचारियों की सूची प्रिंट कर जांच करवानी होगी। सब कुछ ठीक होने पर ही डाटाबेस को फाईनालाईज करना होगा। फाईनालाईज होने के पश्चात इस आशय का प्रमाण-पत्र कि विभाग के समस्त अधिकारियों-कर्मचारियों का डाटाबेस तैयार हो गया निर्वाचन कार्यालय में भेजना होगा। इस दौरान सम्बंधित अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित हुए।