बोर्ड परीक्षा परिणाम शत-प्रतिशत लाने लक्ष्य निर्धारित करने अधिकारियों को दिये निर्देश

Update: 2023-07-15 02:36 GMT
कांकेर: हाई एवं हायर सेकंडरी विद्यालयों में हमर लक्ष्य के तहत शिक्षा गुणवत्ता को बेहतर ढ़ंग से संचालित करने हेतु कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला ने गठित जिला स्तरीय कमेटियों की बैठक ली। उन्होंने जिले के विषय विशेषज्ञों को पाठयक्रमों के विभाजन एवं बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी हेतु माह जुलाई एवं अगस्त के प्रश्न पत्र तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि बोर्ड परीक्षाओं की विशेष तैयारी के साथ लोकल कक्षाओं को भी विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। कलेक्टर डॉ प्रियंका शुक्ला ने प्राथमिक एवं माध्यमिक स्तर पर भी हमर लक्ष्य के प्रमुख उद्देश्यों को बताये जाने तथा कार्यवाही करने कहा। आगामी सप्ताह में गणित, विज्ञान, रसायन, फिजिक्स लैंग्वेज एवं अन्य कला तथा वाणिज्य संकाय के व्याख्याताओं की चरणबद्ध वर्कशॉप आयोजित करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि जिले की तरह विकास खंडों में भी कोर ग्रुप का गठन किया जाये, सभी बीईओ एवं एबीईओ नियमित रूप से मॉनिटरिंग करें। विद्यालय प्रारंभ से ही अनुरोध कार्यक्रम को लागू किया जाये, नियमित रूप से पालक बालक सम्मेलन का आयोजन विद्यालय स्तर पर हो, जिससे पालकों को बच्चे के प्रगति की जानकारी दी जावे। उन्होंने कक्षा 10वीं एवं 12वीं बोर्ड परीक्षा परिणाम एवं कक्षा 9वीं एवं 11वीं का शत प्रतिशत तक प्राप्त करने का लक्ष्य निर्धारित करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। जिले के अधिक से अधिक छात्र-छात्राओं का जेईई, नीट, एनडीए परीक्षा हेतु चिन्हांकन, नामांकन एवं शत-प्रतिशत परीणाम मूलक लक्ष्य प्राप्त करने हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये है।
बैठक में कलेक्टर ने सामाजिक एवं आर्थिक रूप से पिछड़े बच्चों को उच्च शिक्षा एवं प्रतियोगी परीक्षा के प्रति प्रेरित करने हेतु विशेष ध्यान केन्द्रित करना, प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कराया जाना, बच्चों को उचित मार्गदर्शन प्रदाय करने की बात कही। साथ ही उन्होंने कहा कि विद्यालयों में भ्रमण के दौरान उस विद्यालय की शैक्षणिक गुणवत्ता की विषयवार कार्य योजना व्याख्याताओं के पास होनी चाहिए, प्रत्येक दिन शिक्षकों द्वारा अपने विषय का गृहकार्य छात्रों को अनिवार्यतः दिया जाये और इस गृहकार्य की जॉंच के लिए संस्था प्रमुख एक समय-सारणी निर्धारित कर लें। प्रत्येक सोमवार को साप्ताहिक टेस्ट की आदत विकसित कर लेवें, निरीक्षण के दौरान मांगे जाने पर प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि प्रारंभ से ही बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं की जानकारी उनका महत्व बताई जावे, जिसके लिए कार्ययोजना एक सप्ताह के भीतर तैयार कर लिया जाये। रिमेडियल कक्षाओं का संचालन रविवार अथवा शासकीय अवकाश दिवस में रोटेशन वाईस किया जाए।
बैठक में कलेक्टर डॉ शुक्ला ने कहा कि विद्यालयीन समय में शिक्षक अपने विद्यालय में अनिवार्यतः उपस्थित रहें। इस अवधि में कार्यालयीन कार्य से किसी भी कार्यालय में न जायें। अत्यंत विषम परिस्थिति होने पर नियमानुसार अनुमति लेकर ही उच्च कार्यालय में उपस्थित हों। उन्होंने कहा कि विषय विशेषज्ञों के समूह द्वारा छत्तीसगढ़ बोर्ड द्वारा तय किये गये प्रश्न पत्र के ब्लू प्रिंट के आधार पर विषयवार प्रश्न बैंक तैयार कराया जाये। कलेक्टर प्रियंका शुक्ला ने श्रेष्ठ कार्य करने वाले सभी शिक्षक व्याख्याताओं को पुरस्कृत करने के निर्देश दिये अधिकारियों को दिये। बैठक में सुमीत अग्रवाल सीईओ जिला पंचायत, भुवन जैन डीईओ कांकेर, नवनीत पटेल, प्रभारी हमर लक्ष्य कार्यक्रम, उमेश चंद्राकर प्रोग्रामर श्री कुलेश्वर सिंह, श्री अजय शर्मा ,श्री दाउ लाल तिवारी, श्री रोशन कुमार वर्माश्री बृजलाल साहू, श्री बी0बी0 सुर्यवंशी, श्री सत्यनारायण जैन, श्री माखन लाल साहुसुश्री सीमा चौधरी पुजा शर्मा मो. असलमश्री संजीत श्रीवास्तव, श्री आर.पी. नेताम, श्री रामअवतार शर्मा, सुश्री झरना कदम, सबा, श्री बृजलाल साव, कु. रूखमणी छाटा, श्री के0एल0 बढाई, श्री राजेश शर्मा और कोर ग्रु्रप के सभी सदस्य उपस्थित रहें।
Tags:    

Similar News

-->