मुख्यमंत्री की दूरदर्शी सोच का परिणाम है गोधन न्याय योजना, अब गोबर पेंट बनेगा आर्थिक समृद्धि का जरियाः बृहस्पत सिंह
रायपुर: तातापानी महोत्सव आस्था का केंद्र होने के साथ ही एक विशाल जनसमूह का भी नेतृत्व करता है। महोत्सव के दौरान मेला देखने के लिए एवं शासकीय योजनाओं की जानकारी लेने के लिए यहां दूर दूर से लोग आते हैं। इसी कड़ी में जिले के सभी क्षेत्रों के किसानों एवं पंच-सरपंच भी यहां आकर शासन की योजनाओं की जानकारी लेते हैं। कलेक्टर विजय दयाराम के. के निर्देशन में इस बार के तातापानी महोत्सव में किसानों एवं निर्वाचित जनप्रतिनिधियो को योजनाओं की जानकारी देने के लिए किसान संगोष्ठी एवं पंच-सरपंच सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष व रामानुजगंज विधायक श्री बृहस्पत सिंह मुख्य अतिथि के रूप में मंच पर मौजूद रहे।
इस सम्मेलन के जरिए किसानों एवं पंच-सरपंच को विभिन्न विभागो के अधिकारियों के द्वारा कृषि के जुड़ी योजनाओं की जानकारी एवं योजनाओं से मिलने वाले लाभ की जानकारी दी गई। सम्मेलन में किसानो को जैविक खेती से लेकर मधुमक्खी पालन तक के आय के साधनों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। सम्मेलन मे किसानों को जैविख खेती का महत्व बताते हुए उन्हें मिलेट उत्पादन के लिए भी जागरूक किया गया। इस दौरान गोधन न्याय योजना को लेकर विस्तार से चर्चा की गयी।
सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष व रामानुजगंज विधायक ने कहा कि रासायनिक खाद के उपयोग से स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ता है एवं शरीर को नुकसान पहुचता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने रासायनिक खाद से मानव शरीर को हो रहे नुकसान पर गम्भीरता से विचार करते हुए प्रदेश के गौठानो में वर्मी कम्पोस्ट खाद बनाने के साथ ही जैविक खेती को बढ़ावा देने का काम किया है। श्री सिंह ने कहा कि यह मुख्यमंत्री की दूरदर्शी सोच का ही परिणाम है कि प्रदेश के लोग अभी गोबर बेच कर आर्थिक रूप से समृद्ध हो रहे हैं और अब इसी गोबर से पेंट का भी निर्माण किया जा रहा है जिससे स्थानीय रोजगार को बढ़ावा मिलेगा। श्री सिंह ने कहा कि ग्राम पंचायतों को सशक्त करने किए लिए मुख्यमंत्री उन्हें अधिकार दे रहे है ताकि ग्रामीण स्तर पर किसी को भी कोई परेशानी न हो।
कृषक संगोष्ठी में मोटे अनाज एवं लघु धान्य फसलों ,मिलट मिशन पर विस्तृत रूप से जानकारी दी गई। कृषि विभाग द्वारा किसान समृद्धि योजना,शाकम्भरी योजना,कृषि यंत्र सेवा केंद्र व जैविक खेती के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी । उद्यानिकी विभाग द्वारा राज्य योजना के सम्बंध में जानकारी तथा जल एवं मृदा संरक्षण के सम्बंध में फसलों के महत्व को बताया गया। कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा मधुमक्खी पालन के सम्बंध में जानकारी दी गयी । पंचायत विभाग में संचालित समस्त योजनाओं सहित शासन की महत्वकांक्षी योजना नरवा,घुरुवा, गरुवा,बाड़ी के सम्बंध में भी विस्तार से जानकारी दी गयी।
किसान संगोष्ठी एवं पंच-सरपंच सम्मेलन में जिले के किसान, निर्वाचित पंच-सरपंच व अन्य जनप्रतिनिधियों समेत जिले के पुलिस अधीक्षक श्री मोहित गर्ग,जिला पंचायत सीईओ श्रीमती रेना जमील सहित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।