गरियाबंद : कलेक्टर की संवेदनशीलता और समुचित इलाज से देवा दुर्गा स्वस्थ हुआ, पूरे शरीर में घाव था
गरियाबंद। कलेक्टर नम्रता गांधी की संवेदनशीलता से 16 वर्षीय देवा दुर्गा आज स्वस्थ हो गया है। उनके पूरे शरीर पर घाव हो गया था, जो लम्बे इलाज के पश्चात भी पूरी तरह ठीक नहीं हो रहा था। उनके इलाज के लिए उनके माता-पिता भी परेशान रहते थे। यहां तक कि इलाज के लिए जब पैसे नहीं थे, तो शासन से प्राप्त पट्टे की भूमि को ईलाज हेतु बिक्री की अनुमति हेतु आवेदन भी दिया। कलेक्टर नम्रता गांधी के संज्ञान में आते ही उन्होंने समुचित उपचार के लिए सीएमएचओ डॉ. एन.आर. नवरत्न को निर्देशित किया और नियमित तथा बेहतर उपचार की व्यवस्था के निर्देश दिये। उनके पिता द्वारा दिये गये आवेदन से ज्ञात हुआ कि देवा दुर्गा के पूरे शरीर में घाव हो गया है जिसका इलाज पूर्व में डॉ. भीमराव अम्बेडकर अस्पताल रायपुर में कराया जा रहा था
जो ठीक नहीं हुआ। इलाज हेतु पिता अर्जुन के पास राशि नहीं होने पर व अत्यंत गरीब परिवार का होने पर शासन से प्राप्त पट्टे को पुत्र के इलाज के लिए विक्रय की अनुमति के लिए आवेदन देना पड़ा। समय-सीमा की बैठक में देवा दुर्गा के इलाज के संबंध में कलेक्टर ने जानकारी ली। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एन.आर. नवरत्न ने बताया कि सतत् उपचार से मरीज देवा दुर्गा अब बेहतर स्वस्थ हो गया है। खण्ड चिकित्सा अधिकारी देवभोग डॉ. अंजु सोनवानी के द्वारा मरीज देवा दुर्गा के संबंध में जानकारी दिया गया कि मरीज देवा दुर्गा पिता अर्जुन उम्र-16 वर्ष, ग्राम-सुकलीभांठा पुराना, विकासखण्ड देवभोग, जिला गरियाबंद का निवासी है। 12 फरवरी 2022 को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र-देवभोग के 108 वाहन से जिला अस्पताल गरियाबंद रिफर किया गया था, जिला चिकित्सालय गरियाबंद में मरीज को भर्ती कर आवश्यक ईलाज करने के पश्चात् 14 फरवरी 2022 को जिला अस्पताल गरियाबंद से एम्स रायपुर अस्पताल के लिए रिफर किया गया था, जहां उपचार के पश्चात 16 अप्रैल 2022 को एम्स रायपुर से डिस्चार्ज किया गया। वर्तमान में देवा दुर्गा की स्थिति सामान्य है। देवा को देवभोग से ईक्को एम्बुलेंस से उनके निवास सुकलीभांठा छोड़ा गया। देवा दुर्गा को आगामी 4 मई को फॉलोअप चेकअप के लिए एम्स रायपुर बुलाया गया है।