सुरजपुर: छत्तीसगढ़ शासन द्वारा रामायण मंडलियों के कार्यशील कलाकारों के संरक्षण, संवर्धन तथा सतत विकास हेतु रामायण मंडली प्रोत्साहन योजना अंतर्गत कलेक्टर सुश्री इफ्फत आरा के मार्गदर्शन में जिला स्तरीय रामायण मंडली प्रतियोगिता का आयोजन जिला मुख्यालय स्थित मंगल भवन में सरगुजा आदिवासी क्षेत्र विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं प्रेमनगर विधायक श्री खेलसाय सिंह के मुख्य आतिथ्य में आयोजित किया गया। सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग श्री विश्वनाथ रेड्डी ने स्वागत उद्बोधन एवं प्रतिवेदन की प्रस्तुति दी। मुख्य अतिथि श्री खेलसाय सिंह ने विकासखंड रामानुजनगर के ग्राम मांजा की रामायण मंडली ने प्रथम स्थान प्राप्त दल को 50 हजार रुपए की पुरस्कार राशि प्रदाय किए। विजेता रामायण मंडली को राज्य स्तरीय स्पर्धा में अच्छे प्रदर्शन की शुभकामनाएं देते हुए मुख्य अतिथि श्री खेलसाय सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि सभी 6 विकासखंड के मंडलियों का प्रस्तुतिकरण सुनने का अवसर मिला सभी ने प्रभु श्रीराम के आदर्शों की अपने प्रसंगानुसार अच्छी प्रस्तुति दी। वास्तव में श्रीराम का आदर्श हमें हमेशा प्रेरित करता है।
पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू, डीएफओ श्री संजय यादव, जिला पंचायत सीईओ सुश्री लीना कोसम ने सभी रामायण मंडली के प्रतिभागियों को शानदार प्रस्तुति के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी। विशिष्ट अतिथि श्रीमती भगवती राजवाड़े, श्री नरेश राजवाड़े ने भी अपने संबोधन में कहा कि प्रभु श्री राम का चरित्र बाल्यकाल से लेकर राजसेवा तक आदर्श का पर्याय रहा है। कार्यक्रम में श्री इस्माइल खान, श्री बिहारी लाल कुलदीप ने भी अपने विचार व्यक्त किया । प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका में श्री रामकृष्ण ओझा, श्री राम नारायण यादव, श्री हेमंत यादव, श्री कृष्णचंद पुरी, श्री अनंत राठौर एवं श्रीमती उर्मिला यादव ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कार्यक्रम में श्री शिवभजन मरावी, श्रीमती कुसुम लता राजवाड़े, श्री परमेश्वर यादव, श्री बाबूलाल राजवाड़े, श्री शेष नारायण शर्मा सहित जिले भर के मानस प्रेमी उपस्थित थे।
जिला के विजेता टीम 16 से 18 फरवरी राजिम में आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय रामायण मंडली प्रतियोगिता में शामिल होगें। कार्यक्रम में विकासखंड स्तरीय प्रतियोगिता की विजेता टीमें जो जिला स्तरीय प्रतियोगिता में शामिल हुए उन्हें भी दसऋदस हजार रुपये की राशि प्रदाय की गई। कार्यक्रम में मंच का संचालन श्री अशोक उपाध्याय के द्वारा किया गया।