बेमेतरा: कलेक्टर पदुम सिंह एल्मा ने मंगलवार को कलेक्टरेट के दृष्टि-सभाकक्ष में जिला प्रशासन द्वारा जिला स्तरीय अधिकारी व अधीनस्थ कर्मचारियों के मध्य संवाद व समन्वय बनाये रखने और विभागवार लंबित प्रकरणों के समीक्षा कर निबटारा हेतु समय-सीमा बैठक ली। बैठक में उन्होंने जिले में विकास और निर्माण कार्यों की प्रगति के साथ ही राज्य शासन की फ्लैगशिप योजनाओं की विस्तार से समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
जिलाधीश ने राजस्व विभाग के लंबित प्रकरणों को देखते हुए उसकी प्रतिदिन समीक्षा कर शीघ्रता से निराकरण करने एवं विवादित नामांतरण का निपटारा जल्द से करने के निर्देश राजस्व विभाग के अधिकारियों को दिए। जिला खाद्य अधिकारी से उपार्जन केन्द्रों में धान के उठाव की जानकारी ली। जिले में चिटफंड के कार्यवाही की प्रगति की समीक्षा की। राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन क़ृषि मजदूर न्याय योजना के तहत लाभान्वित हितग्राहियो की जानकारी ली। चिकित्सा विभाग द्वारा संचालित आयुष्मान भारत की समीक्षा की। जिसमें आयुष्मान योजना के तहत अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति में कोरोना, कैंसर, गुर्दा रोग, हृदय रोग, डेंगू, चिकुनगुनिया, मलेरिया डायलिसिस, घुटना व कूल्हा प्रत्यारोपण, निःसंतानता, मोतियाबिंद और अन्य चिह्नित गंभीर बीमारियों का निःशुल्क उपचार में लाभान्वित हुए हितग्राहियों की जानकारी ली।
कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग के सीएससी और पीएससी केंद्र में दवाई की उपलब्धता के संबंध में पूछा। इस दौरान मरीजों के लिए आवश्यक दवाओं की उपलब्धता और ऑक्सीजन सप्लाई की भी जानकारी ली साथ ही मुख्य चिकित्सा एवं स्वाथ्य अधिकारी को चिकित्सालय व्यवस्था में सुधार के लिए आवश्यक निर्देश दिए। उन्होने स्वास्थ्य विभाग के संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी से कहा कि वार्ड में पहुंचकर मरीजों के उपचार एवं आवष्यक व्यवस्था कराना सुनिष्चित करें। कलेक्टर ने छ.ग. राज्य विद्युत वितरण कम्पनी लिमिटेड के कार्यपालन अभियंता को निर्देश दिए कि जहां-जहां ग्रामीण औद्योगिक पार्क कार्यक्रम चल रहे हैं वहा पर बिजली की आपूर्ति पूर्ण रुप से हो। पशुधन विकास विभाग से पशुओं के टीकाकरण के प्रगति की समीक्षा की और कहा कि समय पर मवेशियों का टीकाकरण करना सुनिश्चित करें। उन्होंने जल संसाधन विभाग को जिले में हो रहे नल जल योजना के तहत सम्पूर्ण ग्राम व शहरी क्षेत्रों में पानी की सप्लाई को योजनाबद्ध तरीके से पूर्ण करने को कहा। और कहा कि जिले के प्रत्येक चिन्हित शहरी क्षेत्र से लेकर प्रत्येक ग्राम व ग्राम पंचायत में पानी की कमी नहीं होनी चाहिए। कलेक्टर ने महिला एवं बाल विकास विभाग से समेकित बाल विकास सेवा योजना के अंतर्गत शून्य से छः वर्ष आयु तक के बच्चों के पोषण एवं स्वास्थ्य स्थिति में सुधार लाने, शिशु मृत्यु दर, मातृ मृत्यु दर में कमी लाने, कुपोषण को दूर करने, गर्भवती एवं शिशुवती महिलाओं के स्वास्थ्य में सुधार लाने एवं पूरक पोषण आहार रेडी-टू-ईट की गुणवत्ता बनाए रखने के निर्देश दिए। इसके अलावा बैठक में स्कूली बच्चों का जाति, निवास प्रमाण-पत्र जारी करने, सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अन्तर्गत खाद्यान्न का वितरण, सामाजिक सुरक्षा पेंशन आदि का भुगतान समय पर करने के निर्देश दिए। जिलाधीश ने राजस्व पुस्तक परिपत्र (आर.बी.सी.) 6-4 के तहत लंबित मुआवजा राशि का भुगतान करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत लीना मण्डावी, अपर कलेक्टर डॉ. अनिल बाजपेयी, अनुविभागीय अधिकारी (रा.) बेमेतरा सुरुचि सिंह, बेरला युगल किशोर उर्वशा, नवागढ़ उमाशंकर बंदे, डिप्टी कलेक्टर प्रवीण तिवारी, धनराज मरकाम, भूपेन्द्र जोशी, हीरा गवर्ना सहित जिला स्तर के अधिकारी उपस्थित थे।