खैरागढ़: वर्षा ऋतु के आगमन के साथ ही जल जनित बीमारियों की आशंका बढ़ जाती है। अगर थोड़ी सी स्वच्छता व सतर्कता बरती जाय तो इस मौसम में होने वाली घातक बीमारियों से बचा जा सकता है। खैरागढ़ कलेक्टर डॉ. जगदीश कुमार सोनकर ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि पेयजल की गुणवत्ता बनाये रखें। थोड़ी सी सावधानी बरतकर इनसे बचा जा सकता है। कलेक्टर ने ए.एन.एम., मितानिन, कोटवार एवं स्वास्थ्य विभाग के मैदानी अमले को निर्देश दिए है कि यदि किसी गांव में आंत्रशोथ की शिकायत प्राप्त होती है तो तत्काल इसकी सूचना ब्लॉक एवं जिलास्तर के अधिकारियों को देंवे।
जिलाधीश डॉ. सोनकर ने कहा है कि नदी, तालाब, झरिया, नालों का पानी पीने के रूप में उपयोग न किया जावे। पेयजल के बर्तनों को अच्छी तरह ढंककर रखना चाहिए तथा पानी निकालने के लिए डंडीयुक्त (चम्पू) बर्तन का उपयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा स्थापित समस्त हैंडपंपों को कीटाणुरहित रखने के लिए जल शुद्धिकरण करने के निर्देश दिए हैं। यदि किसी हैंडपंप से दूषित पानी आ रहा हो तो इसकी सूचना तत्काल पीएचई विभाग के निकटतम मैदानी अमले को दी जा सकती है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि हैंडपंपों के आसपास स्वच्छता बरती जाय। गंदे पानी की निकासी के लिए समुचित नाली का निर्माण किया जाय, ताकि मलेरिया, टाईफाईड, पीलिया, डायरिया जैसी मौसमी बीमारियों से बचा जा सके।