मुंगेली: कलेक्टर राहुल देव ने कहा है कि जिले में कक्षा 6वीं से 12वीं तक एसटी, एससी और ओबीसी वर्ग के सभी स्कूली छात्र-छात्राओं की जाति प्रमाण पत्र बनाने हेतु अभियान चलाया जाएगा। इस संबंध में उन्होंने आज जिला कलेक्टोरेट स्थित आगर सभाकक्ष में सभी विकासखंड शिक्षा अधिकारियों, सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारियों और संकुल प्राचार्यों की बैठक लेकर आवश्यक निर्देश दिए। इस अवसर पर उन्होंने इस वर्ष बनाए गए जाति, निवास व आमदनी प्रमाण पत्र की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि एसटी, एससी और ओबीसी वर्ग के स्कूली छात्र-छात्राओं की जाति, निवास व आमदनी प्रमाण पत्र जारी करना मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही व उदासीनता क्षम्य नहीं होगी। उन्होंने सभी संकुल प्राचार्यों को उनके अधीनस्थ स्कूलों के प्राचार्य के साथ मिलकर व्यक्तिगत जिम्मेदारी लेते हुए राजस्व विभाग से समन्वय स्थापित कर सभी पात्र छात्र, छात्राओं के जाति प्रमाण पत्र बनाने के कार्य को प्राथमिकता से करने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने स्कूली छात्र छात्राओं का जाति प्रमाण बनाने में उत्कृष्ट कार्य करने वाले संकुल प्राचार्यों की प्रशंसा की। इस दौरान उन्होंने जाति प्रमाण पत्र हेतु जाति प्रमाण पत्र को ग्राम सभा के एजेंडा में शामिल करने की भी बात कही।
कलेक्टर श्री देव ने जाति प्रमाण पत्र के अलावा स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल, महतारी दुलार योजना, व्यावसायिक शिक्षा, मॉडल शौचालय निर्माण, मध्यान्ह भोजन, छात्रवृत्ति योजना, बालवाड़ी, निःशुल्क गणवेश, पाठ्य पुस्तक व सायकल वितरण, जर्जर स्कूलों का मरम्मत और नवीन स्कूल निर्माण कार्य आदि की भी समीक्षा की और संबंधितों को आवश्यक निर्देश दिए। कलेक्टर ने नियमित रूप से स्कूल आने वाले और अपने कर्तव्यों का निष्ठापूर्वक निर्वहन करने वाले शिक्षकों को 26 जनवरी 2023 के अवसर पर सम्मानित करने की बात कही। उन्होंने कहा कि सभी संकुल प्राचार्यों को जिला मुख्यालय में संचालित जिला ग्रन्थालय और लाईवलीहुड कॉलेज जमकोर में कक्षा 11 वीं और 12 वीं के बच्चों को आईआईटी और जेईई में चयन हेतु दी जा रही निशुल्क कोचिंग क्लास का भी अवलोकन करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री डी. एस. राजपूत, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती मेनका प्रधान और जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती सविता राजपूत सहित शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।