गौठानों में कृत्रिम गर्भाधान व नस्ल सुधार हेतु लक्ष्य निर्धारित कर कार्य करना करें सुनिश्चितः कलेक्टर विजय दयाराम के.
बलरामपुर: कलेक्टर विजय दयाराम के. ने संयुक्त जिला कार्यालय भवन के सभाकक्ष में पशुधन विकास विभाग की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने बैठक में विभागीय योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर जोर देते हुए पशुओं के स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी लेते हुए संबंधित अधिकारी-कर्मचारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। कलेक्टर ने सुराजी गांव योजना के तहत गौठानों में गोमूत्र क्रय, शत्-प्रतिशत बधियाकरण कार्य हेतु विकासखण्ड वार चर्चा की, इसके साथ ही टीकाकरण की जानकारी ली।
बैठक में कलेक्टर ने विकासखण्डवार सघन बधियाकरण कार्य हेतु चयनित प्रत्येक विकासखण्ड के पांच गौठानों में किये जा रहे बधियाकरण की समीक्षा करते हुए नगरीय क्षेत्र में घूमंतू सांडो का बधियाकरण करने को कहा। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र के पशुपालकों को पशुओं के बधियाकरण हेतु प्रोत्साहित करने को कहा। बैठक में कलेक्टर ने अगली बैठक तक पुनः प्रत्येक विकासखण्ड के पांच-पांच गौठानों में लक्ष्य लेकर शत्-प्रतिशत बधियाकरण करने तथा प्रत्येक गौठानों में नर व मादा की जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने कृत्रिम गर्भाधान को बढ़ावा देने व नस्ल सुधार हेतु 30-30 गौठानों का चयन करते हुए लक्ष्य निर्धारित कर कार्य करने को कहा। उन्होंने रोगी कल्याण समिति से कृत्रिम गर्भाधान कार्य हेतु आवश्यक सामग्रियों की खरीदी करने तथा बछिया पैदा होने वाले सीमन उपलब्ध कराने के निर्देश संबंधित अधिकारी को दिये। कलेक्टर श्री दयाराम के. ने जिले में बकरा मंडी प्रारंभ करने हेतु बलरामपुर, रामचन्द्रपुर व राजपुर में बाजार स्थल चिन्हांकित करने को कहा। बैठक में कलेक्टर ने प्रधानमंत्री आदि आदर्श ग्राम योजना के क्रियान्वयन की विस्तृत समीक्षा की। कलेक्टर ने पशु किसान क्रेडिट कार्ड हेतु स्वीकृत प्रकरणों की विकासखण्डवार समीक्षा की। उन्होंने पशु किसान कार्ड हेतु शंकरगढ़ व कुसमी को 100-100 व बलरामपुर, राजपुर, रामानुजगंज व वाड्रफनगर हेतु 150-150 का लक्ष्य देते हुए किसान क्रेडिट कार्ड के प्रकरण तैयार करने के निर्देश दिये। बैठक में कलेक्टर ने समय-समय पर पशुओं को लगने वाले टीकाकरण की जानकारी लेते हुए समय पर पशुओं का टीेकाकरण सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने गोमूत्र खरीदी की स्थिति की जानकारी लेते हुए गोमूत्र से निर्मित उत्पाद का वितरण समय पर सुनिश्चित करने को कहा।