रायपुर: संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत की मुख्य आतिथ्य में असत्य पर सत्य की जीत का पर्व विजयदशमी अम्बिकापुर में उमंग और उल्लास के साथ मनाया गया। इस मौके पर मंत्री श्री भगत सहित अतिथियों ने मुख्य मंच पर भगवान श्रीराम, लक्ष्मण और हनुमान का राजतिलक कर शहर और प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि के लिए आशीर्वाद लिया और लोगों को विजयादशमी पर्व की बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
भगवान श्री राम और लक्ष्मण के प्रतीक स्वरूप बच्चों ने अग्नि बाण चलाकर बुराई के प्रतीक रावण, मेघनाथ और कुंभकर्ण के पुतले का दहन किया। भव्य आतिशबाजी का आयोजन भी किया गया। कार्यक्रम की भव्यता को देखते हुए विशेष तौर पर दिल्ली से आतिशबाजी की टीम बुलाई गई थी। भव्य आतिशबाजी के बीच पूरे उमंग और उल्लास के साथ असत्य पर सत्य की विजय के प्रतीक विजयदशमी पर रावण दहन किया गया। इस मौके पर संस्कृति मंत्री श्री भगत को स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। रावण दहन का कार्यक्रम नगर के पीजी कालेज मैदान में आयोजित थी।
संस्कृति मंत्री श्री भगत ने विजयदशमी पर रावण दहन कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि विजयदशमी असत्य पर सत्य का विजय पर्व है। उन्होंने लोगों से अपने अंदर की बुराई को त्याग सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलते हुए आगे बढ़ने की अपील की। उन्होंने कहा कि आखिर एक समय आता है, जब बुराई का अंत तथा सच्चाई की जीत होती है। भगवान श्रीराम ने भी बुराई के प्रतीक रावण को मारकर विजय प्राप्त की थी। इसी की याद में हर वर्ष विजयदशमी का पर्व मनाया जाता है। कार्यक्रम में मानस, गायन कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया था। इस दौरान संभाग स्तरीय रामचरित मानस गायन और लोकनृत्य प्रतियोगिता के प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त दलों को मंत्री श्री भगत ने पुरस्कृत किया। आयोजन समितियों द्वारा भव्य शोभायात्रा निकाली गई। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शहर और ग्रामीण के लोग उपस्थित थे।
कार्यक्रम में नगर निगम अंबिकापुर के महापौर डॉ. अजय तिर्की, सरगुजा सेवा समिति के अध्यक्ष सुश्री रजनी रविशंकर त्रिपाठी, नागरिक सेवा समिति के अध्यक्ष श्री अजय अग्रवाल, श्रम कल्याण मंडल के अध्यक्ष श्री सफी अहमद, वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता श्री अनिल सिंह मेजर, सहकारिता प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष श्री अजय बंसल, नागरिक समिति के महासचिव श्री राजीव अग्रवाल सहित सर्वश्री जेपी श्रीवास्तव, आलोक दुबे, सरगुजा सेवा समिति के भारत सिंह सिसोदिया, अखिलेश सोनी उपस्थित थे।