रायगढ़: शासन द्वारा ट्रायफेड एवं छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ के सहयोग से 52 प्र्रकार के लघु वनोपज का समर्थन मूल्य निर्धारित कर वन धन योजना से संग्रहण एवं लघु वनोपज का प्रसंस्करण किया जा रहा है। जिसका सीधा लाभ वनांचल में रहने वाले लोग एवं स्व-सहायता समूह को होता दिखाई दे रहा है। वन परिक्षेत्र बाकारूमा अंतर्गत वन-धन विकास केन्द्र कड़ेना के प्रभारी सरस्वती स्व-सहायता समूह एवं संलग्न अन्य 11 स्व-सहायता समूह द्वारा सबई घास से टोकरी एवं कोस्टर निर्माण का कार्य किया जा रहा है। जिससे समूह की महिलाओं को रोजगार के साथ ही अतिरिक्त आय का जरिया मिला है। इस कार्य से होने वाले आर्थिक लाभ से समूह की महिलाएं खुश है। महिलाओं द्वारा अब तक 32 क्विंटल सबई घास का प्रसंस्करण किया जा चुका है। जिसका मूल्य 8 लाख 5 हजार से अधिक है।