बिजली बिल हाफ योजना से साढे चार साल में 3 लाख 05 हजार 537 हितग्राहियों ने बचाया 51 करोड़ 77 लाख 67 हज़ार 815 रुपए
कवर्धा: बिजली बिल हाफ योजना से जिलेवासियों के जीवन में उजियारा आया है। इस योजना से जिले के लाखों परिवारों को भारी भरकम बिजली बिल से राहत मिली है और आर्थिक बोझ कम हुआ है। जिले में आम नागरिक बिजली बिल हॉफ योजना का लाभ ले रहे हैं और अपनी समस्याओं से निजात पा रहे हैं। बिजली बिल हाफ योजना से 3 लाख 05 हजार 537 हितग्राहियों ने 51 करोड़ 77 लाख 67 हज़ार 815 रुपए बचाए। इस योजना के लागू होने से उपभोक्ताओं को राहत मिल रही है। वर्ष 2019-20 में 62 हजार 50 हितग्राही की 8 करोड़ 37 लाख 41 हजार 931 रुपए की राशि की छूट प्रदान की गई है। इसी प्रकार 2020-21 में 73 हजार 997 हितग्राहियों को 12 करोड़ 71 लाख 41 हजार 771 रूपए, 2021-22 में 79 हजार 707 हितग्राहियों को 13 करोड़ 54 लाख 51 हजार 712 रूपए, 2022-23 मई तक 89 हजार 783 हितग्राहियों को 17 करोड़ 14 लाख 32 हजार 401 रुपए की राशि की छूट प्रदान की गई है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की इस संवेदनशील फैसले से लोगों का आर्थिक बोझ कम हुआ है। बिजली बिल हाफ योजना’ प्रदेश के लाखों घरेलू बिजली उपभोक्ताओं के लिए अप्रत्याशित और सुखद बदलाव की योजना साबित हुई है। इस योजना से जिले के लाखों घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को महंगाई के दौर में राहत मिली है। पंडरिया विकासखंड के ग्राम खरहट्टा निवासी श्री रेखाराम ने बताया कि हाफ बिजली बिल योजना लागू होने से आम लोगों को भारी-भरकम बिजली बिल से राहत मिली है। उन्होंने बताया कि इस योजना के लागू होने के पहले उनके घर का बिल लगभग 360 रूपये तक आता था। लेकिन अब बिजली बिल लगभग 210 रूपए के आसपास आ रहा है। इस प्रकार उनकी प्रतिमाह करीब 150 रुपए की बचत होती है। उन्होंने राज्य सरकार के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हाफ बिजली बिल योजना लागू कर अपनी संवेदनशीलता को प्रदर्शित किया है। यह योजना घरेलू बिजली उपभोक्ताओं के लिए राहत भरी योजना है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य सरकार ने राज्य के सभी घरेलू बिजली उपभोक्ताओं के लिए 01 मार्च 2019 से ‘हाफ बिजली बिल योजना’ लागू की। घरों का हजार रुपए का बिजली बिल कुछ सैकड़ों में सिमट गया। इस योजना के तहत घरेलू उपभोक्ताओं को प्रति माह 400 यूनिट तक की बिजली खपत पर प्रभावशील टैरिफ पर 50 प्रतिशत की छूट की पात्रता है। योजना के लागू होने के पहले जहां जहां घरेलू उपभोक्ताओं को बिजली बिल अधिक आने से एक भारी रकम चुकानी पड़ती थी। पर अब प्रतिमाह कई हजार रुपए की बचत हो जाती है। जिले के उपभोक्ता कम बिजली बिल आने से खुश है।