2024 तक आएगी Xiaomi की इलेक्ट्रिक कार
स्मार्टफोन, टीवी, ऑडियो डिवाइस और अन्य कई गैजेट्स लाने के बाद अब टैक कंपनियां इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के बाजार में अपनी किस्मत चमकाने की तैयारियां करने लगी हैं.
स्मार्टफोन, टीवी, ऑडियो डिवाइस और अन्य कई गैजेट्स लाने के बाद अब टैक कंपनियां इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के बाजार में अपनी किस्मत चमकाने की तैयारियां करने लगी हैं. ऐप्पल जैसे बड़े ब्रांड से लेकर ओप्पो, यहां तक कि शाओमी भी इलेक्ट्रिक यातायात में संभावनाएं तलाश रही हैं. रिपोर्ट्स की मानें तो शाओमी अपनी पहली इलेक्ट्रिक कार पर काम कर रही है और ये जानकारी कंपनी के फाउंडर और सीईओ ने दी है. गिज्मो चाइना की रिपोर्ट के अनुसार शाओमी के फाउंडर और सीईओ ली जुन ने कहा कि 2024 तक कंपनी अपनी पहली इलेक्ट्रिक कार लॉन्च करने वाली है जिसे पहले 2026 तक मार्केट में लाने का प्लान था.
करीब 10 बिलियन डॉलर (करीब 750 अरब रुपये) निवेश
इसी साल शाओमी ने आधिकारिक रूप से इलेक्ट्रिक वाहन लाने का ऐलान किया था. पिछले हफ्ते कंपनी ने कहा था कि चीन में इन वाहनों के लिए प्रोडक्शन प्लांट बनाने पर काम किया जा रहा है. रिपोर्ट के अनुसार इस प्लांट में सालाना 3 लाख इलेक्ट्रिक वाहन बनाने की क्षमता होगी. इस इलेक्ट्रिक वाहन प्लांट पर कंपनी करीब 10 बिलियन डॉलर (करीब 750 अरब रुपये) निवेश का प्लान बना रही है. ली जुन ने कहा था कि इस प्रोजेक्ट के रिसर्च और डेवेलपमेंट पर 10,000 से ज्यादा लोग काम कर रहे हैं. कंपनी के इलेक्ट्रिक कार डिविजन की कमान ली जुन ही संभालेंगे. उन्होंने कहा है कि फोन का व्यापार कंपनी का कोर बिजनेस होगा.
Oppo और Apple भी इलेक्ट्रिक कारों पर काम कर रही हैं!
शाओमी के अलावा ओप्पो और ऐप्पल भी इलेक्ट्रिक कारों पर काम कर रही हैं, ये रिपोर्ट्स में सामने आया है. हालांकि ये खबर सिर्फ सूत्रों के हवाले से मिली है और कंपनी की ओर से इस पर कोई ऑफिशियल अनाउंसमेंट नहीं किया गया है. ऐप्पल ने भी अब तक इलेक्ट्रिक कार मार्केट में लाने का आधिकारिक ऐलान नहीं किया है. ऐप्पल के सीईओ टिम कुक से इलेक्ट्रिक कार के डेवेलपमेट के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा था कि मेरे हिसाब से इलेक्ट्रिक कारों की ऑटोनॉमी पूरी तरह से तकनीकी काम है. अगर सही नजरों से देखें तो इलेक्ट्रिक कार एक रोबोट की तरह होती है. तो ऑटोनोमस कार एक रोबोट है. यहां ऑटोनॉमी के साथ बहुत सारी चीजें की जा सकती हैं और हम देखेंगे कि ऐप्पल यहां क्या कर सकती है.