लिखी चिट्ठी अमेजन फ्यूचर को रिटेल यह कंपनी 7,000 करोड़ रुपये निवेश करने को तैयार
अमेजन ने फ्यूचर रिटेल लिमिटेड (FRL) के स्वतंत्र निदेशकों को खत लिखा है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | अमेजन (Amazon) ने फ्यूचर रिटेल लिमिटेड (FRL) के स्वतंत्र निदेशकों को खत लिखा है. अमेजन ने इस खत में यह कन्फर्म किया है कि समारा कैपिटल कर्ज में दबी कंपनी के सभी रिटेल एसेट्स को खरीदने के लिए 7,000 करोड़ रुपये का निवेश करने के लिए रूचि रखते हैं और प्रतिबद्ध हैं. उसने रिटेल कंपनी को समारा को रविवार तक मौजूदा विचार-विमर्श की रिपोर्ट्स को पेश करने के लिए कहा था. 19 जनवरी को, अमेजन ने एफएरएल के स्वतंत्र निदेशकों को संपर्क किया था और उसकी वित्तीय चिंताओं पर विचार करने के लिए मुंबई में आधारित कंपनी की मदद की थी.
जवाब में, स्वतंत्र निदेशकों ने अमेजन ने 22 जनवरी तक यह कन्फर्म करने के लिए कहा था कि वह पैसे की परेशानी का सामना कर रही रिटेलर में 3,500 करोड़ रुपये का निवेश करेगी, जिससे वह 29 जनवरी 2022 तक एफएरएल के कर्जदाताओं को पुनर्भुगतान कर सके.
अमेजन ने 22 जनवरी को अपने जवाब में कहा था कि वह 21 जनवरी 2022 की तारीख वाले आपके खत के आधार पर कन्फर्म करते हैं, कि समारा कैपिटल ने एक बार फिर उन्हें कहा है कि वे समारा, एफएरएल और एफएरएल के प्रमोटर्स के बीच साइन की गई, 30 जून 2020 की तारीख वाली टर्म शीट की अगुवाई करने और आगे ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
दोनों कंपनियों के बीच कैसे शुरू हुआ था विवाद?
आपको बता दें कि अगस्त 2019 में अमेजन ने फ्यूचर रिटेल की प्रमोटर इकाई फ्यूचर कूपन में करीब 1,500 करोड़ रुपये में 49 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी थी. अमेजन ने फ्यूचर के साथ यह भी करार किया था कि वह 3 से लेकर 10 साल के बीच सूचना डिटेल्स को भी खरीद सकती है. फ्यूचर कूपंस के पास फ्यूचर समूह की बीएसई में सूचीबद्ध कंपनी फ्यूचर रिटेल की 7.3 फीसदी हिस्सेदारी है.
एक साल बाद, अगस्त 2020 में, फ्यूचर ग्रुप ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ 3.4 अरब डॉलर एसेट-सेल डील कर लिया. 29 अगस्त 2020 को फ्यूचर ग्रुप ने रिलायंस के साथ अपने करार की घोषणा रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ उसका यह करार 24,713 करोड़ रुपये का है. इसी के बाद से ये विवाद शुरू हुआ.
अमेजन ने सिंगापुर स्थित अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थता केंद्र में फ्यूचर-रिलायंस सौदे को लेकर अपनी आपत्तियां रखी हैं. इस सुनवाई को निरस्त करने की मांग फ्यूचर समूह ने की थी. अमेजन इस मामले को अक्टूबर, 2020 में सिंगापुर मध्यस्थता केंद्र में लेकर आई थी. अमेजन का कहना है कि एफआरएल ने रिलायंस ग्रुप की कंपनी रिलायंस रिटेल के साथ 24,500 करोड़ रुपये का बिक्री करार कर 2019 में उसके साथ हुए निवेश समझौते का उल्लंघन किया है.