नशे मे डूबेगा World Cup का कॉकटेल कनेक्शन, 66 करोड़ की बीयर और 33 करोड़ की बहेगी शराब
भारत इस साल अकेले आईसीसी क्रिकेट विश्व कप की मेजबानी कर रहा है। हर सेगमेंट की कंपनियां इस मौके का फायदा उठाना चाहती हैं, चाहे वह ट्रैवल बुकिंग साइट हो या मोबाइल गेमिंग ऐप। ऐसे में शराब या बीयर बनाने वाली कंपनियां कैसे पीछे रह सकती थीं? इसलिए इस बार आईसीसी वर्ल्ड कप में करोड़ों रुपये की बीयर और शराब बहने वाली है.नहीं-नहीं, हम विश्व कप मैचों के बाद पार्टी कर रहे लोगों और वहां बहने वाली शराब-बीयर की बात नहीं कर रहे हैं। बल्कि, हम उन कंपनियों के बारे में बात कर रहे हैं जिन्होंने आईसीसी क्रिकेट विश्व कप के लिए प्रायोजन सौदे पर हस्ताक्षर किए हैं। इनमें बीयर कंपनी बीरा 91 और व्हिस्की ब्रांड रॉयल स्टैग शामिल हैं।
बीरा 91 ने 66 करोड़ रुपये की डील की
आईसीसी क्रिकेट विश्व कप के लिए 8 आधिकारिक भागीदारों के साथ प्रायोजन सौदे पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इसमें 'बीरा 91' भी शामिल है. हर पार्टनर के साथ 60 से 80 लाख डॉलर की डील हुई है, जो अधिकतम सीमा के हिसाब से करीब 66 करोड़ रुपये है. 'बीरा 91' के अलावा, इन आधिकारिक भागीदारों में पॉलीकैब, थम्स-अप, अपस्टॉक्स, निसान, नियाम, ओप्पो और डीपी वर्ल्ड शामिल हैं।
रॉयल स्टैग 33 करोड़ रुपये देगा
आधिकारिक साझेदारों के अलावा, ICC ने श्रेणी साझेदारों के साथ भी प्रायोजन सौदे किए हैं। हर ब्रांड के साथ ये डील 30 से 40 लाख डॉलर यानी करीब 33 करोड़ रुपये की है. इसमें शराब बनाने वाली कंपनी रॉयल स्टैग भी शामिल है. इसके अलावा ड्रीम-11, जैकब क्रीक, नियर फाउंडेशन, फैन क्रेज और टायका जैसी कंपनियां भी क्रिकेट वर्ल्ड कप की कैटेगरी पार्टनर हैं।
बायजू और भारतपे बाहर हैं
आईसीसी हर बार ऐसे बड़े टूर्नामेंट के लिए ग्लोबल पार्टनर बनाती है. बायजू और भारतपे पहले आईसीसी के वैश्विक साझेदारों में से थे, लेकिन दोनों कंपनियां अलग-अलग तरह के संकट से गुजर रही हैं। इसी वजह से इस बार दोनों कंपनियां इतने बड़े क्रिकेट टूर्नामेंट से बाहर रहने वाली हैं.