काम की खबर: नई कार खरीदने की है योजना, तो रखें इन बातों का ध्यान...होगा फायदा
त्योहारी सीजन कार खरीदने के लिए सबसे अच्छा समय है क्योंकि इस दौरान कार डीलर ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए कई ऑफर पेश करते हैं।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| त्योहारी सीजन कार खरीदने के लिए सबसे अच्छा समय है क्योंकि इस दौरान कार डीलर ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए कई ऑफर पेश करते हैं। एक ओर जहां कुछ कंपनियां कार लोन के लिए प्रोसेसिंग फीस माफ कर रही हैं, वहीं दूसरी ओर कुछ ग्राहकों को ब्याज दर में कटौती का लाभ दे रही हैं। कोरोना वायरस महामारी के चलते ऑटोमोबाइल कंपनियों ने वाहनों की बिक्री के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म लॉन्च कर दिए हैं। घर बैठे ऑनलाइन गाड़ी खरीदने के लिए और ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए ऑटो निर्माता तगड़ा डिस्काउंट भी दे रहे हैं।
इसलिए अगर आप इन दिनों नई कार खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो यह काफी अच्छा समय हो सकता है। लेकिन इस बीच आपको सावधान रहना चाहिए और कार खरीदने से पहले निम्नलिखित बातों का खास ध्यान रखना चाहिए।
अलग-अलग बीमा कंपनियों की तुलना
वाहन का बीमा कराने से पहले आपको अलग-अलग बीमा कंपनियों की तुलना कर लेनी चाहिए। इसके लिए ऑनलाइन तरीका अपनाएंगे, तो यह और भी आसान हो जाएगा। डीलर की ओर से दिए जा रहे बीमा को जरूर क्रॉस चेक कर लें। ऐसा इसलिए क्योंकि डीलर अपने कमीशन के आधार पर आपको बीमा पॉलिसी देते हैं।
सभी ऑफर्स की करें तुलना
हाल ही में देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने कार लोन की ब्याज दर घटाकर 7.50 पीसदी कर दी थी। वहीं एचडीएफसी बैंक ने प्रोसेसिंग फीस पर 50 फीसदी छूट की पेशकश की थी और पीएनबी ने 31 दिसंबर तक 100 फीसदी छूट का एलान किया था। इसलिए ग्राहकों को कार खरीदने से पहले इन सभी ऑफर्स की तुलना कर लेनी चाहिए।
गाड़ी के पेपर्स की ठीक से करें जांच
कार की डिलीवरी लेने से पहले एक बार गाड़ी के सभी पेपर्स की ठीक से जांच करें। डीलर की तरफ से कार से संबंधी जो पेपर्स आपको मिल रहे हैं क्या वो सही हैं इस बात की जांच आपको ही करनी होगी। आपको कार की पेमेंट के पेपर्स, पर्मानेंट रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट, इंश्योरेंस पेपर, मैन्युअल्स, वारंटी कार्ड, रोडसाइड असिस्टेंस नंबर और सर्विस बुक जैसे अहम डॉक्यूमेंट चेक करने चाहिए।
सभी छोटे-बड़े खर्चों के रखें जानकारी
लोन लेने से पहले ग्राहकों को सभी छोटे-बड़े खर्चों के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए। ग्राहकों को पहले ही लोन से जुड़े सभी खर्चों का पता होना चाहिए। इनमें प्रोसेसिंग फीस, लेट पेमेंट पीस, प्री-पेमेंट फीस, आदि शामिल हैं। ऐसा करने से ग्राहकों को फाइनेंशियल प्लानिंग करने में आसानी होगी और वे आसानी से लोन की किस्त भर सकेंगे।
जरूरत के हिसाब से लें कार लोन
ग्राहकों को जितने लोन की जरूरत हैं, उन्हें उतना ही कर्ज लेना चाहिए। कई बैंक ग्राहकों को कार की ऑन-रोड कीमत का 80 से 90 फीसदी तक कर्ज प्रदान करते हैं, वहीं कुछ बैंक 100 फीसदी तक कार लोन प्रदान करते हैं। अपनी आय को ध्यान में रखकर ही कार लोन लें, ताकि भुगतान के समय आपको परेशानी न हो।
विभिन्न बैंकों में कार लोन की दर
बैंक न्यूनतम दर प्रोसेसिंग फीस
सेंट्रल बैंक 7.25 फीसदी उपलब्ध नहीं
केनरा बैंक 7.30 फीसदी लोन का 0.25 फीसदी (1000-5000)
बैंक ऑफ इंडिया 7.35 फीसदी लोन का 0.25 फीसदी (1000-5000)
यूनियन बैंक 7.40 फीसदी उपलब्ध नहीं
एसबीआई 7.50 फीसदी लोन का 0.25 फीसदी + जीएसटी (500-3750)
एचडीएफसी बैंक 7.50 फीसदी लोन का 1 फीसदी (5000-10000)
पीएनबी 7.55 फीसदी लोन का 0.25 फीसदी (1000-5000)