त्योहारी सीजन के बाद आखिर क्यों क्रेडिट कार्ड खर्च में आई कमी

आपने वह कहावत तो सुनी होगी कर्ज लेकर घी पीना. इस समय देश में करोड़ों लोग लोग ऐसे हैं

Update: 2022-02-22 12:18 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क |  आपने वह कहावत तो सुनी होगी कर्ज लेकर घी पीना. इस समय देश में करोड़ों लोग लोग ऐसे हैं, जो यही काम कर रहे हैं. एक बार कर्ज (Debt) लेकर शौक पूरा करने की आदत पड़ जाए, तो इससे पीछा छुड़ाना नामुमकिन सा हो जाता है और आदमी ब्‍याज के जाल में फंसता चला जाता है. ICICI Securities के मुताबिक भारतीय उपभोक्‍ता क्रेडिट कार्ड से हर महीने औसत 76 हजार करोड़ रुपए खर्च करते हैं. त्‍योहारी सीजन में ये खर्च और भी बढ़ जाता है. 2021 में अक्‍टूबर से दिसंबर के बीच क्रेडिट कार्ड का औसत खर्च 94,700 करोड़ रुपए रहा. दिसंबर 2021 में उपभोक्‍ताओं ने डेबिट कार्ड की तुलना में क्रेडिट कार्ड (Credit Card) से 1.39 गुना अधिक खर्च किया. यह अप्रैल 2019 के बाद का सबसे ऊंचा आंकड़ा है. जनवरी और फरवरी में क्रेडिट कार्ड खर्च 84,000 करोड़ रुपए से लेकर 88,000 करोड़ रुपए के बीच रहने का अनुमान है.

डेबिट और क्रेडिट कार्ड क्‍या होते हैं, ये तो आप जानते ही होंगे. डेबिट कार्ड से आप अपने बैंक अकाउंट में जमा पैसा खर्च करते हैं, जबकि क्रेडिट कार्ड से आप बैंकों से उधार लेकर खर्च करते हैं.
कर्ज लेकर शॉपिंग और अपने अन्‍य शौक पूरा करना और बाद में EMI भरना, नई परिपाटी बन गई है. इस परिपाटी में शामिल होने वाले लोगों की संख्‍या भी लगातार बढ़ रही है. यही वजह है कि देश में सरकारी और निजी बैंकों के साथ ही विदेशी बैंक भी इस बाजार में कूद रहे हैं.
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेस लिमिटेड की डिजिटल पेमेंट्स ट्रैकर रिपोर्ट के मुताबिक, दिसंबर 2021 में क्रेडिट कार्ड की संख्‍या सालाना आधार पर 14 फीसदी बढ़कर 17 माह के रिकॉर्ड पर पहुंच गई. इस समय देश में 6 करोड़, 89 लाख, 48 हजार, 699 क्रेडिट कार्ड उपभोक्‍ता हैं.
इंट्रस्ट फ्री पीरियड वह अवधि होती है, जो क्रेडिट कार्ड ट्रांजैक्शन और भुगतान की बकाया तारीख के बीच की होती है. यह अवधि सामान्य तौर पर 18 से 55 दिन के बीच होती है.
इस अवधि के दौरान किए गए क्रेडिट कार्ड ट्रांजैक्शन पर कोई चार्ज नहीं लगता है. बेनेफिट्स का अधिकतम लाभ लेने के लिए आप अपनी खरीदारी को इंट्रस्ट फ्री पीरियड के मुताबिक प्लान करें.


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