युवाओं के लिए इस आम बजट में क्या है खास
Union Budget 2022: युवाओं के लिए नए रोजगार को बढ़ावा देने के लिए इंडस्ट्री के साथ मिलकर स्किलिंग प्रोग्राम को मार्केट की जरूरत के अनुसार डेवलप किया जाएगा. इसके जरिए उम्मीदवारों को रोजगार के लायक तैयार करने में मदद मिलेगी.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आम बजट 2022 आज 1 फरवरी, 2022 को पेश किया जा रहा है. इस बजट से घर की महिलाओं से लेकर स्टूडेंट्स और युवाओं तक को उम्मीद होती है. ऐसे में सबसे जरूरी सेक्टर जॉब्स को लेकर इस बजट में क्या कुछ खास है इस पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने घोषणा कर दी है. इस आम बजट (Budget 2022) में जॉब्स और एजुकेशन सेक्टर में कई नए-नए डिपेल्पमेंट किए जाएंगे. इस आम बजट में स्टूडेंट्स से लेकर युवाओं के रोजगार के लिए क्या खास है हम आपको इसके बारे में विस्तार से बता रहे हैं.
1.वर्ल्ड क्लास डिजिटल यूनिवर्सिटी बनाई जाएगी. अलग-अलग भाषाओं में कंटेंट उपलब्ध होगा. देश के विभिन्न संस्थानों को इससे जोड़ा जाएगा. जहां से इस डिजिटल यूनिवर्सिटी (digital university) को रिसोर्स मिलेगा.
2. स्टूडेंट्स की पढ़ाई पर काफी असर पड़ा है ऐसे में बच्चों के लिए पीएम ई-विद्या के तहत एक क्लास एक चैनल की योजना को अब 200 चैनल्स तक बढ़ाया जाएगा. ताकि महामारी के कारण बच्चों की पढ़ाई के नुकसान की भरपाई की जा सके.
3. इंडस्ट्री के साथ मिलकर स्किलिंग प्रोग्राम को मार्केट की जरूरत के अनुसार डेवलप किया जाएगा. इसके जरिए उम्मीदवारों को रोजगार के लायक तैयार करने में मदद मिलेगी. एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटीज को आधुनिक बनाने के लिए राज्यों को प्रोत्साहित किया जाएगा.
4. लघु एवं कुटीर उद्योग को दो लाख करोड़ का अतिरिक्त फंड दिया जाएगा, जिससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे. सभी राज्यों के चुनिंदा आईटीआई संस्थानों (ITI Institutes) में आवश्यक स्किलिंग कोर्सेज शुरू किए जाएंगे.
5. वर्ल्ड क्लास फॉरेन यूनिवर्सिटी और संस्थानों को GIFT City में अनुमति मिलेगी ताकि वे फाइनांशियल मैनेजमेंट कोर्सेज़ ऑफर कर सकें. इसमें फिनटेक, साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और मैथ्स के क्षेत्र में कोर्सेज़ के जरिए स्किल्ड मैनपावर बढ़ाया जाएगा.
6. कृषि क्षेत्रों के स्टार्टअप्स को NABARD के जरिए फंडिंग दी जाएगी. स्टार्ट-अप्स और आंत्रप्रेन्योरशिप को मदद देकर ड्रोन शक्ति प्रोग्राम को बढ़ावा दिया जाएगा.
7. भारत के परिदृश्य में अर्बन प्लानिंग और डिजाइन के क्षेत्र को विकसित करने, और सर्टिफाइड ट्रेनिंग देने के लिए 5 मौजूदा शिक्षण संस्थानों को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाया जाएगा.
8. ये 5 संस्थान देश के अलग-अलग क्षेत्रों में चिन्हित किए जाएंगे. हर संस्थान को इस मद के लिए 250 करोड़ रुपये आवंटित किए जाएंगे. अन्य संस्थानों में अर्बन प्लानिंग कोर्सेस के लिए सिलेबस तैयार करने से लेकर प्रशिक्षण देने तक का काम एआईसीटीई का होगा.