मार्च की शुरुआत में बोर्ड ने दी थी मंजूरी
कर्ज में डूबी दूरसंचार कंपनी वोडाफोन आइडिया लिमिटेड (वीआईएल) के निदेशक मंडल ने मार्च महीने की शुरुआत में ही प्रवर्तक संस्थाओं से 4,500 करोड़ रुपये सहित कुल 14,500 करोड़ रुपये तक जुटाने को मंजूरी दी थी, तब दी गई जानकारी के अनुसार इक्विटी की बिक्री, या एडीआर (अमेरिकन डिपोजिटरी रिसीट), जीडीआर (ग्लोबल डिपोजिटरी रिसीट) और एफसीसीबी (विदेशी मुद्रा परिवर्तनीय बांड) जैसे ऋण साधनों के माध्यम से 10,000 करोड़ रुपये की राशि जुटाई जाएगी. कंपनी के मुताबिक बोर्ड ने 10 रुपये अंकित मूल्य वाले 338.3 करोड़ इक्विटी शेयरों को 13.30 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के भाव पर जारी करने की मंजूरी दी, जिससे कुल 4,500 करोड़ रुपये तक जुटाए जाएंगे, वीआईएल ने जानकारी दी थी कि ये शेयर यूरो पैसिफिक सिक्योरिटीज लिमिटेड और प्राइम मेटल्स लिमिटेड (वोडाफोन समूह की इकाइयां और कंपनी के प्रवर्तक) और ओरियाना इंवेस्टमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड (आदित्य बिड़ला समूह की इकाई) को तरजीही आधार पर जारी किए जाएंगे.
भारती एयरटेल इंडस टावर्स में वोडाफोन ग्रुप की हिस्सेदारी खऱीदेगा
आर्थिक स्थिति सुधारने की एक और कड़ी में वोडाफोन इंडस टावर में अपनी हिस्सेदारी बेच रहा है. दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल इंडस टावर्स में वोडाफोन ग्रुप से 4.7 प्रतिशत हिस्सेदारी करीब 2,388 करोड़ रुपये में खरीदेगी. एयरटेल ने शुक्रवार को शेयर बाजार को भेजी सूचना में कहा कि यह लेनदेन 187.88 रुपये प्रति शेयर के भाव पर किया जाएगा. कंपनी ने कहा, ''वोडाफोन ग्रुप की यूरो पैसिफिक सिक्योरिटीज सहित कई इकाइयों के बीच हुए समझौते के आधार पर यह अधिग्रहण किया जाएगा। इस समझौते में सहमति जताए गए कीमत फॉर्मूला के आधार पर 187.88 रुपये प्रति शेयर के भाव पर यह सौदा पूरा किया जाएगा, जो कुल मिलाकर करीब 2,388 करोड़ रुपये बनता है.''इस समझौते के तहत वोडाफोन समूह की कंपनियों को सहमति के अनुसार सभी शर्तों को पूरा करना होगा. भारती एयरटेल ने 25 फरवरी, 2022 को इंडस टावर्स में वोडाफोन की 4.7 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किया था. यह समझौता सौदे से होने वाली आय का उपयोग वोडाफोन-आइडिया में निवेश और मोबाइल टावर कंपनी की बकाया राशि का भुगतान करने की शर्त के आधार पर किया गया था.