ब्रिटेन में इस सप्ताह शुरू हो जायेगा कोरोना वैक्सीन Pfizer का टीकाकरण, सबसे बड़े कैंपेन पर दुनिया की नजरें
कोरोना वायरस से लड़ने के लिए दुनियाभर में 150 से ज्यादा वैक्सीनों पर काम किया गया और दुनिया को इंतजार रहा |
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| कोरोना वायरस से लड़ने के लिए दुनियाभर में 150 से ज्यादा वैक्सीनों पर काम किया गया और दुनिया को इंतजार रहा उस दिन का जब लोगों तक यह पहुंच सकेगी। अब ब्रिटेन इसके लिए तैयार है जहां देश के इतिहास में सबसे बड़े अभियान के तहत मंगलवार से 8 लाख लोगों को अमेरिकी कंपनी PFizer और जर्मनी की BioNTech की बनाई वैक्सीन दी जाने लगेगी। इसके लिए आखिरी चरण की तैयारियां रविवार को पूरी कर ली गईं। ब्रिटेन ने Pfizer की वैक्सीन की 4 करोड़ खुराकें ली हैं जिन्हें 2 करोड़ लोगों को दिया जा सकता है।
बेहद ठंडे कंटेनरों में ये वैक्सीन ब्रिटेन के अस्पतालों में पहुंचाई जाएगी। ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री मैट हैनकॉक ने मंगलवार को 'V-Day' करार दिया है जो दूसरा विश्व युद्ध खत्म होने की याद दिलाता है। वहीं, ब्रिटेन के NHS के नैशनल मेडिकल डायरेक्टर प्रफेसर स्ट्रेफन पॉविस ने कहा है कि तमाम जटिलताओं के बावजूद अस्पताल देश के इतिहास के सबसे बड़े वैक्सिनेशन कैंपेन के पहले चरण को बड़े स्तर पर शुरू करेंगे।
कुछ महीनों बाद नतीजे
इससे पहले पिछले हफ्ते Pfizer की वैक्सीन को इमर्जेंसी में इस्तेमाल के लिए मंजूरी देने वाला ब्रिटेन पहला देश बन गया था। वैक्सीन 95% असरदार पाई गई है। अब ब्रिटेन के कैंपेन पर पूरी दुनिया की नजरें रहेंगी। इस कैंपेन के सफल होने या किसी तरह की परेशानी आने जैसी घटनाओं को मॉनिटर किया जाएगा और कुछ महीनों बाद ही पता चल सकेगा कि यह कितना असरदार रहा।
ब्रिटेन में सबसे पहले वैक्सीन 80 साल से ज्यादा की उम्र के लोगों को दी जाएगी जो पहले से अस्पतालों में जाकर इलाज करा रहे हैं या अस्पताल में रहने के बाद जिन्हें डिस्चार्ज किया जा चुका है। वैक्सिनेशन के लिए अपॉइंटमेंट दिए जाएंगे और अगर कोई अपॉइंटमेंट के बावजूद नहीं पहुंचता है तो खतरे का सामना कर रहे हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीन दी जाएगी। 21 दिन बाद एक बूस्टर खुराक भी दी जाएगी।