UPI पेमेंट अब बिना इंटरनेट कर पाएंगे, लाइट वर्जन की हो रही है तैयारी
फीचर फोन के जरिए यूपीआई लाइट (UPI Lite) का भुगतान यूजर्स के बैंक खातों से होगा. इसका उपयोग पहले ग्रामीण क्षेत्रों में 200 रुपये के तहत डिजिटल भुगतान को सक्षम करने के लिए किया जाएगा.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। नेशनल पेमेंट्स कार्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) एक ऐसे समाधान का परीक्षण कर रहा है, जो यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI)-आधारित डिजिटल भुगतान को सक्रिय इंटरनेट कनेक्शन के बिना अनुमति देगा. यूपीआई लाइट (UPI Lite) नामक समाधान का उपयोग संभवतः ग्रामीण क्षेत्रों में 200 रुपये तक डिजिटल भुगतान (Digital Payment) को सक्षम करने के लिए किया जाएगा. इसका परीक्षण करने वाले बैंक में तीन सरकारी अधिकारियों और एक वरिष्ठ कार्यकारी सहित लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर यह जानकारी दी. आपको बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 5 जनवरी को बिना इंटरनेट कनेक्शन के 200 रुपये के ऑफलाइन डिजिटल भुगतान की अनुमति दी है.
यूपीआई लाइट फीचर फोन यूजर्स को अपने बैंक अकाउंट से डिजिटल पेमेंट करने में सक्षम बनाएगा. लाइव मिंट की रिपोर्ट के मुताबिक, बैंक अधिकारी ने कहा कि दो प्रमुख समाधानों का परीक्षण किया जा रहा है. पहला एक सिम ओवरले (SIM overlay) है और दूसरा एक सॉफ्टवेयर-प्रावधान समाधान है जो ओवर-द-एयर (OTA) अपडेट का लाभ उठाएगा.
क्या है SIM Overlay?
सिम ओवरले एक ऐसी तकनीक है जो फोन के सिम कार्ड (SIM card) की कार्यक्षमता का विस्तार करती है, जिससे भुगतान और अन्य सेवाओं को बिना डेटा उपलब्धता के भी किया जा सकता है. वहीं OTA सॉल्यूशन सीधे डिवाइस फर्मवेयर तक पहुंचाया जाएगा.
बैंक के अधिकारी ने बताया कि ओटीए सॉल्यूशन पूर्ववर्ती नोकिया फीचर फोन पर सांप के खेल के समान होगा, जो बिना 3 जी या 4 जी नेटवर्क के नेटवर्क पर अपडेट प्राप्त करेगा. हालांकि, यह पारंपरिक रूप से किए जाने वाले तरीके से अलग होगा और यहां चल रही तकनीक पेटेंट लंबित है.
कैसे करेगा काम?
सरकारी अधिकारियों में से एक ने कहा, सिम ओवरले पर लेनदेन एक टेलीकॉम नेटवर्क का उपयोग करेगा. टेलीकॉम प्रोवाइडर द्वारा फोन के अंदर ओवरले एम्बेड किया जाएगा. उपयोगकर्ता को स्टोर पर जाकर इसे अपने फोन पर डिप्लॉय करना होगा. एक बार UPI आईडी बन जाने के बाद भुगतानकर्ता को उस कॉन्टैक्ट का चयन करना होगा जिसे भुगतान करना है. अगर कॉन्टैक्स के पास भी यूपीआई आईडी (UPI ID)है तो भुगतानकर्ता को बस नाम पर क्लिक करना होगा, राशि दर्ज करनी होगी और पैसे भेजने होंगे.
पिन करना होगा सेट
उन्होंने आगे कहा कि उपयोगकर्ताओं को उनके बैंकों द्वारा रखे गए प्रोटोकॉल के आधार पर चार अंकों या छह अंकों का पिन सेट करना होगा. सिम ओवरले सिस्टम पर किए गए भुगतान यूपीआई सिस्टम के तहत एनपीसीआई द्वारा प्रबंधित सर्वर पर जाएंगे और वहां से नियमित यूपीआई नेटवर्क पर लेनदेन होगा. यह पूरी प्रक्रिया इंटरनेट के बजाय एसएमएस नेटवर्क पर चलेगी.