हल्दी कीमतों में आई तेजी लेकिन किसान है अभी भी परेशान
मराठवाड़ा में हिंगोली के बाद नांदेड़ जिले में सबसे ज्यादा हल्दी (Turmeric) की फसल उगाई जाती है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | मराठवाड़ा में हिंगोली के बाद नांदेड़ जिले में सबसे ज्यादा हल्दी (Turmeric) की फसल उगाई जाती है.जिले में केले के बागों की जगह अब हल्दी की फसलों ने ले ली है.किसानों को हल्दी के खेती से अच्छा मुनाफा हो हो रहा था.लेकिन अब प्रकृति की अनियमितताओं के कारण हल्दी का रंग भी हल्का होता जा रहा है इस साल भारी बारिश और बेमौसम बारिश(unseasonal rain) के कारण उत्पादन सीधे तौर पर प्रभावित हो रहा है वर्तमान में, हल्दी की कटाई की जा रही है और फसल के दौरान किसानों ने देखा है कि खेतो में हल्दी सड़ चुके है. इसका सीधा असर उत्पादन पर पड़ रहा है,किसानों (farmer)का कहना है इस समय दरों में बढ़ोतरी हो रही है लेकिन उत्पादन घट रहा है ऐसे में हमे नुकसान ही हो रहा है खरीफ सोयाबीन, कपास, उड़द, हरा चना और अब हल्दी उत्पादक किसान किसान परेशान हैं क्योंकि हल्दी सरकारी सब्सिडी की श्रेणी में भी नहीं आती है.इसलिए किसान चिंतत है कि नुकसान की भरपाई कैसे हो पाएगी.