आज सेबी की महत्वपूर्ण चीजों पर हो सकता है फैसला, अहम बैठक पर बाजार की रहेगी नजर, जानिए
मार्केट रेगुलेटर सेबी मंगलवार को कुछ महत्वपूर्ण चीजों पर फैसला लेगा, जिस पर बाजार की नजर रहेगी. इसमें प्राइवेट इक्विटी कंपनियों को एसेट मैनेजमेंट कंपनियों का अधिग्रहण करने या अपने खुद की एसेट मैनेजमेंट कंपनी स्थापित करने की इजाजत दी जा सकती है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मार्केट रेगुलेटर सेबी मंगलवार को कुछ महत्वपूर्ण चीजों पर फैसला लेगा, जिस पर बाजार की नजर रहेगी. इसमें प्राइवेट इक्विटी कंपनियों को एसेट मैनेजमेंट कंपनियों का अधिग्रहण करने या अपने खुद की एसेट मैनेजमेंट कंपनी स्थापित करने की इजाजत दी जा सकती है. इसके अलावा न्यू ऐज कंपनियों के फाउंडर्स को ज्यादा वोटिंग राइट्स मिल सकते हैं, जिससे उनके पास सार्वजनिक तौर पर जाने से पहले कैपिटल जुटाने में ज्यादा आसानी रहेगी.
T+2 से T+1 सेटलमेंट साइकल पर जाने पर दोबारा विचार संभव
इसके अलावा इस बात पर भी नजर रहेगी कि क्या सेबी T+2 से T+1 सेटलमेंट साइकल पर जाने के कदम पर दोबारा विचार करता है. इस प्रस्ताव पर विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने भारी विरोध किया था. हालांकि, अभी प्रस्ताव को लागू नहीं किया गया है, लेकिन एफपीआई ने नई व्यवस्था को लागू करने से नुकसान की चेतावनी दी है. उन्होंने कई ऑपरेशनल चुनौतियों का जिक्र करते हुए कदम का विरोध किया है. इनमें टाइम जोन का अंतर, भारी इन्फोर्मेशन फ्लो प्रोसेस और समर्थित इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी का जिक्र किया गया है. सेबी की योजना T+1 साइकल को जनवरी 2022 से पेश करने की है. और यह देखना होगा कि एफपीआई के भारी विरोध के बीच क्या सेबी अपने फैसले पर दोबारा विचार करती है.
म्यूचुअल फंड स्वामित्व के नियमों को किया जा सकता है आसान
इसके अलावा सेबी भारत में म्यूचुअल फंड स्वामित्व के नियमों को आसान करने के प्रस्ताव पर विचार कर सकती है. निजी इक्विटी कंपनियों को अपनी खुद की एसेट मैनेजमेंट कंपनियों को स्थापित करने के लिए ज्यादा आजादी मिलेगी. मौजूदा समय में, पीई कंपनियों को MF स्पॉनसर के तौर पर काम करने पर पाबंदी नहीं है. लेकिन कुछ जरूरी शर्तों की वजह से वे एमएफ की स्पॉनसरशिप लेने से रोक देती हैं. कैपिटल मार्केट रेगुलेटर इसमें बदलाव करने पर विचार कर सकती है.
आज की बैठक में सेबी M&A नियमों को ज्यादा आसान बनाने पर भी चर्चा कर सकता है. अपनी बोर्ड मीटिंग में रेगुलेटर एक और प्रस्ताव पर चर्चा कर सकता है, जिससे कंपनियों के लिए एक ओपन ऑफर के बाद डिलिस्ट होना और आसान बन जाएगा. ऐसा करने के लिए अधिग्रहण करने वाले को दोनों प्रक्रियाओं को साथ में शुरू करने की इजजात दी जाएगी.
NSE IPO को दी जा सकती है इजाजत
बैठक में सेबी NSE IPO को इजाजत देने के मामले पर भी विचार कर सकता है. मीटिंग में नॉन-कंप्लाइड कंपनी को OFS, IPO की मंजूरी देने पर भी चर्चा की जा सकती है. सेबी बोर्ड बैठक में शेयरहोल्डिंग का भी नया प्रस्ताव ला सकता है. इसके साथ बैठक में सोशल स्टॉक एक्सचेंज पर भी चर्चा की जा सकती है. सेबी की अहम बैठक में शेयरहोल्डिंग स्ट्रक्चर को भी घटाया जा सकता है.
सेबी की बोर्ड मीटिंग के अलावा निवेशकों की नजर आज वैश्विक ट्रेंड, स्टॉक-विशेष न्यूज फ्लो, तेल की कीमत और FII ट्रेंड पर भी रहेगी
सोमवार को बेंचमार्क इंडैक्स फ्लैट होने से पहले मुनाफे और नुकसान के बीच घुमते रहे. बीएसई सेंसेक्स 29 अंकों के उछाल के साथ 60,078 पर बंद हुआ. जबकि, निफ्टी 50 इंडैक्स पिछले बंद के मुकाबले दो अंकों के उछाल के साथ 17,855 पर बंद हुआ. दिन के दौरान बीएसई सेंसेक्स 60,412 की नई रिकॉर्ड ऊंचाई को छूने में सफल रहा था.