बेची जा रही चाइनीज ऐप TikTok, देश में ये कंपनी खरीदने को है तैयार, सॉफ्टबैंक करवा रही डील
चाइनीज शॉर्ट वीडियो मोबाइल ऐप TikTok को अब लगने लगा है कि उसे भारत में फिर से कारोबार करने का मौका नहीं मिलेगा
चाइनीज शॉर्ट वीडियो मोबाइल ऐप TikTok को अब लगने लगा है कि उसे भारत में फिर से कारोबार करने का मौका नहीं मिलेगा, इसलिए कंपनी अब यहां अपने कारोबार को समेटने में लग गई है. रिपोर्ट के मुताबिक, पैरेंट कंपनी बाइटडांस (ByteDance) टिकटॉक के इंडियन ऑपरेशन को कॉम्पिटिटर glance को बेचने की तैयारी में है. इस डील को लेकर बातचीत की शुरुआत जापान के सॉफ्ट बैंक ग्रुप की तरफ से की गई है.
दोनों पार्टी के लिए सॉफ्टबैंक बड़ा निवेशक है. SoftBank ने ग्लांस की पैरेंट कंपनी InMobi और टिकटॉक की पैरेंट कंपनी ByteDance, दोनों में निवेश किया है. यह बातचीत फिलहाल शुरुआती चरण में है. इस बातचीत में चार प्रमुख पक्ष हैं. पहला पक्ष बाइटडांस, दूसरा ग्लांस, तीसरा सॉफ्ट बैंक और चौथा इंडियन अथॉरिटीज हैं. गलवान घाटी की घटना के बाद भारत ने चीन के सैकड़ों मोबाइल ऐप पर बैन लगाने का फैसला किया था. उसके बाद से टिकटॉक इंडियन अथॉरिटी को लगातार विश्वास में लेने की कोशिश कर रहा है. हालांकि अभी तक सकारात्मक बातचीत नहीं हो पाई है.
लोकल पार्टनर की तलाश में कंपनी
टिकटॉक के लिए मुश्किलें भारत के साथ-साथ अमेरिका में भी है. हालांकि जो बाइडेन के एडमिनिस्ट्रेशन में उसे कुछ राहत जरूर मिली है. यही वजह है कि सॉफ्टबैंक लोकल पार्टनर की तलाश कर रहा है, जिससे कंपनी को भविष्य में किसी तरह की समस्याओं का सामना नहीं करना पड़े.
चीन ने भी नियम कड़े किए
माना जा रहा है कि अगर इस दिशा में बातचीत आगे बढ़ती है तो भारत सरकार इंडियन यूजर्स के लिए डेटा सेंटर भारत में बनाने पर जोर देगी. LAC पर भले ही स्थिति थोड़ी बेहतर हुई है और दोनों देश की सेना फिंगर एरिया से पीछे हटने के तैयार हुई है, लेकिन नई दिल्ली और बीजिंग के रिश्ते में जो खटास आई है वह लंबी चलने वाली है. हाल ही में चीन ने अपने नियम में कुछ बदलाव किया है. नए नियम के तहत यह डील तब तक पूरी नहीं की जा सकती है जब तक चाइनीज अथॉरिटी से इसे मंजूरी नहीं मिल जाती है.