तीन कंपनियों ने किया फ्रॉड, इस सरकारी बैंक को लगा 266 करोड़ रुपये का चूना, जाने

Bank Fraud Alert: सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि इन नॉन-परफॉर्मिंग खातों को धोखाधड़ी वाले खाते घोषित किया गया है और नियामकीय जरूरत के मुताबिक इसकी जानकारी रिजर्व बैंक को दी गई है.

Update: 2021-10-31 06:14 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन बैंक (Indian Bank) में करोड़ का फ्रॉड हुआ है. इंडियन बैंक ने कहा कि उसने तीन नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (NPA) खातों के संबंध में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को 266 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी की सूचना दी है. सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि इन नॉन-परफॉर्मिंग खातों को धोखाधड़ी वाले खाते घोषित किया गया है और नियामकीय जरूरत के मुताबिक इसकी जानकारी रिजर्व बैंक को दी गई है.

बैंक ने 166.89 करोड़ रुपये के बकाया के साथ एम पी बॉर्डर चेकपोस्ट डेवलपमेंट कंपनी लिमिटेड (M P Border Checkpost Development Co Ltd), पुणे शोलापुर सड़क विकास (Pune Sholapur Road Development) के 72.76 करोड़ रुपये और सोनाक (9SONAC) के 27.08 करोड़ रुपये को धोखधड़ी वाला घोषित किया है.
तीनों मामलों में धोखाधड़ी को फंड डायवर्जन के रूप में वर्गीकृत किया गया है. इंडियन बैंक ने कहा कि उसने SONAC के खिलाफ 12.58 करोड़ रुपये के प्रावधान रखे हैं. जबकि अन्य दो खातों के मामले में, प्रावधान संपूर्ण एक्सपोजर के बराबर हैं.
मार्च में भी हुआ था फ्रॉड
इंडियन बैंक ने इस साल मार्च में 35 करोड़ रुपये के फ्रॉड के बारे में आरबीआई को जानकारी दी थी. बैंक ने RBI को बैंक के तीन खातों की जानकारी देते हुए उन्हें धोखाधड़ी वाले खाते बताया और साथ ही ये भी जानकारी दी कि इनमें कुल मिलाकर 35 करोड़ रुपये से भी ज्यादा बकाया है.
बैंक ने तीन NPA वाले तीन खातों — एस कुमार्स नेशनवाइड लिमिटेड, प्रिया लिमिटेड और युवराज पावर प्राजेक्ट्स को धोखाधड़ी वाले खाते घोषित किया है. बैंक ने बताया कि एस कुमार्स नेशनवाइड लिमिटेड पर 14.51 करोड़ रुपए बकाया है, प्रिया लिमिटेड 9.73 करोड़ रुपए और युवराज पावर प्रोजेक्ट्स 11.05 पर करोड़ रुपए बकाया है.
दूसरी तिमाही में प्रॉफिट 164 प्रतिशत बढ़ा
Indian Bank का सितंबर तिमाही में नेट प्रॉफिट बढ़कर 1,089.17 करोड़ रुपये रहा. यह साल-दर-साल आधार पर लगभग 164 फीसदी की बढ़ोतरी है. पिछले वर्ष की समान अवधि में इंडियन बैंक का नेट प्रॉफिट 412.28 करोड़ रुपये था.
दूसरी तिमाही में बैंक की नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) घटकर 4,083.49 करोड़ रुपये रही. यह पिछले वर्ष की इसी अवधि में 4,144.04 करोड़ रुपये की थी. इंडियन बैंक का ऑपरेटिंग मार्जिन बढ़कर 28.63 फीसदी पर पहुंच गया है. यह पिछले वर्ष की समान तिमाही में 25.33 फीसदी का था.
इंडियन बैंक ने कहा है कि लॉकडाउन समाप्त होने के बाद इकोनॉमिक एक्टिविटी में सुधार हुआ है. हालांकि, कोरोना के कारण हुई मुश्किलों से डिफॉल्ट के मामले बढ़ सकते हैं और प्रोविजंस में बढ़ोतरी करने की जरूरत हो सकती है.


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