ये शख्स बुडेली स्थित आइलैंड पर गुजारे कई साल, इस वजह से लौटना पड़ा वापस
सरकार की इस घोषणा के बाद माउरो ने ऐलान किया था कि वो अब यहां नहीं रहेंगे और शहर लौट आएंगे.
किसी सूनसान स्थान पर अकेले रहने की कल्पना मात्र से ही रूह कांप जाती है, लेकिन इटली (Italy) के एक शख्स ने इस 'कल्पना' को हकीकत में जीया है. इस शख्स ने एक आइलैंड (Island) पर अकेले तीस साल से ज्यादा समय गुजारा और अब वापस शहर लौटा है. इटली के माउरो मोरांडी (Mauro Morandi) ने अपनी जिंदगी का सबसे अनमोल समय अकेले आइलैंड पर बिताया. हालांकि, उन्हें इसका कोई मलाल नहीं है.
1989 से रह रहे थे अकेले
'द गार्जियन' की एक रिपोर्ट के अनुसार, इटालियन टीचर रहे 82 वर्षीय माउरो मोरांडी (Mauro Morandi) 1989 से बुडेली स्थित आइलैंड पर अकेले रह रहे थे. वह दक्षिण प्रशांत के रास्ते वहां गए थे, जैसे ही वे वहां पहुंचे उनकी नाव टूट गई थी और उन्होंने द्वीप पर ही रहने का फैसला कर लिया. धीरे-धीरे माउरो को इस सूनसान आइलैंड से प्यार हो गया
Island की शांत फिजा थी पसंद
माउरो जहां ने जहां अपने जीवन के कई साल गुजारे वो इटली के पास ही बुडेली का सार्डिनियन आइलैंड (Sardinian island of Budelli) है, जहां कोई नहीं रहता. माउरो ने बताया कि द्वीप का एकमात्र केयरटेकर सेवानिवृत्ति के करीब था. लिहाजा उन्होंने उसकी जिम्मेदारी उठाने का निर्णय लिया, ताकि वो इस आइलैंड पर रह सकें. माउरो ने कहा, 'मुझे वो शांत और एकांत जगह इतनी अच्छी लगी कि मैंने वहीं जीवन बिताने का फैसला कर लिया'.
मजबूरी में छोड़ना पड़ा Island
मायरो ने लंबे समय तक वहां सुकून की जिंदगी बिताई. करीब 32 साल आइलैंड पर गुजारने के बाद 82 साल की उम्र में माउरो ने लोगों के बीच आने का फैसला किया. हालांकि, उन्हें बेमन से यह फैसला लेने पड़ा, क्योंकि इटली की सरकार सार्डिनियन आइलैंड को पर्यावरण से जुड़ी सैंक्चुरी बनाना चाहती है. सरकार की इस घोषणा के बाद माउरो ने ऐलान किया था कि वो अब यहां नहीं रहेंगे और शहर लौट आएंगे.