ये हैं देश के सबसे बड़े दानवीर, हर दिन दान किए 27 करोड़ रुपये

आईटी कंपनी विप्रो (Wipro) के संस्थापक अजीम प्रेमजी (Azim Premji) ने वित्त वर्ष 2020-21 में कुल 9,713 करोड़ रुपये यानी 27 करोड़ रुपये प्रतिदिन का दान दिया

Update: 2021-10-28 17:48 GMT

आईटी कंपनी विप्रो (Wipro) के संस्थापक अजीम प्रेमजी (Azim Premji) ने वित्त वर्ष 2020-21 में कुल 9,713 करोड़ रुपये यानी 27 करोड़ रुपये प्रतिदिन का दान दिया. इसके साथ उन्होंनेपरमार्थ कार्य करने वाले भारतीयों के बीच अपना शीर्ष स्थान बरकरार रखा. एडेलगिव हुरुन इंडिया फिलैंथ्रोपी लिस्ट 2021 के अनुसार, महामारी से प्रभावित वर्ष के दौरान प्रेमजी ने अपने दान में लगभग एक चौथाई की वृद्धि की. उनके बाद एचसीएल टेक्नोलॉजीज (HCL Technologies) के शिव नाडर दूसरे स्थान पर थे, जिन्होंने परमार्थ कार्यों के लिए 1,263 करोड़ रुपये का दान दिया.

एशिया के सबसे धनी व्यक्ति और रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) के प्रमुख मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) 577 करोड़ रुपये के योगदान के साथ सूची में तीसरे स्थान पर रहे और कुमार मंगलम बिड़ला (Kumar Manglam Birla) ने 377 करोड़ रुपये के साथ चौथा स्थान हासिल किया.
नंदन नीलेकणी की रैंकिंग में हुआ सुधार
देश के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति और अडाणी ग्रुप के प्रमुख गौतम अडाणी (Gautam Adani) आपदा राहत के लिए 130 करोड़ रुपये का दान करने के साथ दानदाताओं की सूची में आठवें स्थान पर हैं.
इन्फोसिस (Infosys) के सह-संस्थापक नंदन नीलेकणी की रैंकिंग में भी सुधार हुआ और 183 करोड़ रुपये के दान के साथ उन्होंने सूची में पांचवां स्थान हासिल किया. हिंदुजा परिवार ने ₹166 करोड़ के दान के साथ सूची में छठे स्थान पर कब्जा कर लिया.
टॉप 10 दानवीरों में बजाज परिवार, अनिल अग्रवाल और बर्मन परिवार शामिल हैं. बजाज परिवार (Bajaj Family) 136 करोड़ रुपये के दान के साथ हुरुन इंडिया फिलैंथ्रोपी लिस्ट में 7वें स्थान पर था. डाबर समूह का बर्मन परिवार 114 करोड़ रुपये के दान के साथ 10वें स्थान पर था, जिसमें 502 फीसदी की बढ़ोतरी हुई.
लार्सन एंड टुब्रो के पूर्व अध्यक्ष एएम नाइक (AM Naik) 112 करोड़ रुपये के दान के साथ सूची में 11 वें स्थान पर हैं, जिन्होंने धर्मार्थ उद्देश्यों के लिए अपनी आय का 75 फीसदी देने का वचन दिया है.
राकेश झुनझुनवाला भी हुए शामिल
इस वर्ष लिस्ट में 17 अन्य शामिल हुए, जिसने कुल 261 करोड़ रुपये का दान किया. 50 करोड़ रुपये के दान के साथ देश के सबसे बड़े निवेशक राकेश झुनझुनवाला ने सबसे उदार प्रवेशकर्ता के रूप में एडेलगिव हुरुन इंडिया फिलैंथ्रोपी लिस्ट 2021 में पहला स्थान हासिल किया.
जेरोधा के को-फाउंडर नितिन और निखिल कामथ ने जलवायु परिवर्तन के समाधान पर काम करने वाले व्यक्तियों, संगठनों और कंपनियों का समर्थन करने के लिए अगले कुछ वर्षों में 750 करोड़ रुपये देने का वादा किया. वे सूची में 35वें स्थान पर हैं. 35 वर्षीय निखिल कामथ भी सूची में सबसे कम उम्र के खिलाड़ी हैं.
लिस्ट में 9 महिलाएं भी हुई शामिल
हुरुन इंडिया फिलैंथ्रोपी लिस्ट में इस साल नौ महिलाओं को शामिल किया गया. रोहिणी नीलेकणी परोपकार की रोहिणी नीलेकणि ने 69 करोड़ रुपये का दान किया. यूएसवी की लीना गांधी तिवारी ने 24 करोड़ रुपये का दान दिया और थर्मेक्स की अनु आगा ने 20 करोड़ रुपये का दान दिया.
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