निर्यात में आया 50 फीसदी का भारी उछाल, कुल निर्यात 7.41 अरब डॉलर रहा
अगस्त के पहले सप्ताह में इंजीनियरिंग वस्तुओं का निर्यात 63 फीसदी बढ़कर 83.4 करोड़ डॉलर रहा. समीक्षाधीन अवधि में सोने का आयात 12.48 फीसदी घटकर 10 करोड़ डॉलर रह गया.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। देश का निर्यात एक से सात अगस्त के दौरान 50.45 फीसदी बढ़कर 7.41 अरब डॉलर पर पहुंच गया. वाणिज्य मंत्रालय के अस्थायी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है. इंजीनियरिंग सामान, रत्न एवं आभूषणों का निर्यात अच्छा रहने से कुल निर्यात बढ़ा है. आंकड़ों के अनुसार एक से सात अगस्त के दौरान आयात भी 70 फीसदी बढ़कर 10.45 अरब डॉलर पर पहुंच गया. इस तरह व्यापार घाटा तीन अरब डॉलर रहा.
समीक्षाधीन अवधि में इंजीनियरिंग वस्तुओं का निर्यात 63 फीसदी बढ़कर 83.4 करोड़ डॉलर रहा. इसी तरह रत्न एवं आभूषणों का निर्यात 121 फीसदी बढ़कर 41.8 करोड़ डॉलर पर पहुंच गया. पेट्रोलियम उत्पादों का निर्यात 14.5 फीसदी बढ़कर 52.2 करोड़ डॉलर रहा. हालांकि, इस दौरान लौह अयस्त, खली तथा तिलहन के निर्यात में गिरावट आई. एक से सात अगस्त के दौरान देश का कच्चे तेल का आयात 141 फीसदी बढ़कर 1.80 अरब डॉलर पर पहुंच गया. इसी तरह इलेक्ट्रॉनिक्स सामान का आयात 31 फीसदी बढ़कर 30.8 करोड़ डॉलर रहा.
सोना का आयात 12.48 फीसदी घटा
समीक्षाधीन अवधि में सोने का आयात 12.48 फीसदी घटकर 10 करोड़ डॉलर रह गया. इस दौरान अमेरिका को निर्यात 48.4 फीसदी बढ़कर 46.27 करोड़ डॉलर पर पहुंच गया. संयुक्त अरब अमीरात (UAE) को निर्यात 70 फीसदी बढ़कर 20.97 करोड़ डॉलर और सऊदी अरब को 180 फीसदी बढ़कर 16.4 करोड़ डॉलर पर पहुंच गया.
जुलाई में निर्यात 9 सालों में उच्चतम स्तर पर
इधर वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की ओर से जारी किए गए नए आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई महीने में देश का वाणिज्यिक वस्तुओं (Commercial Goods) का निर्यात पहले से बढ़कर 35.17 अरब डॉलर तक पहुंच गया है. यह आंकड़े बीते 9 सालों के रिकॉर्ड स्तर पर दर्ज हुए हैं.
विदेशी बाजारों में तेजी से बढ़ रही है मांग
दरअसल अब दुनियाभर के देश कोरोना की महामारी से उबर रहे हैं. यही वजह है कि विदेशी बाजारों में वस्तुओं की मांग काफी तेजी से बढ़ी है. जाहिर सी बात है जब मांग बढ़ती है तो निर्यातक देश निर्यात भी करते हैं. भारत भी उन्हीं निर्यातक देशों में शामिल है. अगर हम इन आंकड़ों की तुलना साल 2019 के आंकड़ों से करें तो पाएंगे कि इस वर्ष 34 फ़ीसदी की वृद्धि दर्ज हुई है. वहीं अगर पिछले साल के जुलाई के एक्सपोर्ट की तुलना इस साल के जुलाई महीने से करें तो पाएंगे कि 48 फ़ीसदी की वृद्धि हुई है.