दूध-दही की बिक्री में आई गिरावट, मनवीर का कारोबार कोरोना की वजह से 25 फीसदी कम हो गया
मनवीर बताते हैं कि साल 2021 के आखिरी महीने तक उनका काम अच्छा चल रहा था लेकिन जैसे ही दिल्ली में कोरोना के मामले बढ़ने शुरू हुए, उनका काम धीरे-धीरे कम होता चला गया.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। देशभर में तेजी से बढ़ रहे कोरोनावायरस (Coronavirus) के मामलों ने एक बार फिर लोगों का सुख-चैन छीन लिया है. कोरोना वायरस के नए ओमिक्रॉन वैरिएंट (Omicron Variant) के मामलों में भी तेजी से इजाफा हो रहा है. भारत में रोजाना कोरोना के 2.5 लाख से भी ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं और सैकड़ों लोगों की मौत हो रही है. कोरोना के मौजूदा खतरे को देखते हुए सरकार सभी जरूरी कदम उठा रही है. अलग-अलग राज्य की सरकारों ने हालातों को देखते हुए तरह-तरह की पाबंदियां लगा रही हैं. देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) की स्थिति भी अच्छी नहीं है.
दिल्ली में कोरोना की रफ्तार पर लगाम कसने के लिए लगाया गया वीकेंड कर्फ्यू
दिल्ली में रोजाना करीब 20 हजार नए मामले सामने आ रहे हैं और करीब 30 लोगों की मौत हो रही है. दिल्ली में जिस रफ्तार से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, उसे देखते हुए दिल्ली सरकार ने कई तरह की पाबंदियां लगा दी हैं. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शहर में संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को काबू में रखने के लिए नाइट कर्फ्यू और वीकेंड कर्फ्यू लगा रखा है. कोरोना और सरकारी पाबंदियों की वजह से कई लोगों के व्यापार और रोजगार पर भी बुरा असर पड़ रहा है.
डेयरी उत्पाद के कारोबार पर भी पड़ा बुरा असर
मनवीर नागर दिल्ली के हरकेश नगर में डेयरी चलाते हैं. मनवीर की डेयरी पर दूध, दही, घी, पनीर जैसे तमाम डेयरी उत्पाद बिकते हैं. लेकिन, कोरोना की वजह से उनके काम पर भी बुरा असर पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि इस बार जब दिल्ली में कोरोना के मामले बढ़ने शुरू हुए तो उनके कई ग्राहक अपने-अपने गांव चले गए. इसके अलावा, कई लोगों ने दूध-दही खरीदना कम कर दिया है. इतना ही नहीं, कई ग्राहकों ने तो दुकान पर आना ही बंद कर दिया.
200 किलो से घटकर 150 किलो हुई दूध-दही की बिक्री
मनवीर बताते हैं कि कोरोना की दूसरी लहर खत्म होने के बाद जैसे-तैसे उनका कारोबार पटरी पर लौट रहा था. साल 2021 के आखिरी महीने तक उनका काम अच्छा चल रहा था लेकिन जैसे ही दिल्ली में कोरोना के मामले बढ़ने शुरू हुए, उनका काम धीरे-धीरे कम होता चला गया. उन्होंने बताया कि कोरोना की मौजूदा लहर आने से पहले वे रोजाना 200 लीटर दूध और दही बेच देते थे लेकिन अब उनकी बिक्री कम होकर 150 लीटर रह गई है. उन्होंने कहा कि कोरोना की वजह से उनका कारोबार सीधे-सीधे 25 फीसदी तक कम हो गया है.