सुप्रीम कोर्ट ने रिजर्व बैंक की तरफ से क्रिप्टोकरेंसी पर से हटाया बैन, इस फैसले के बाद डिजिटल करेंसी के प्रति निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ी
अमेरिकी रिसर्च फर्म Finder की तरफ से 47 हजार यूजर्स की सैंपलिंग की गई
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। इस इंडेक्स में पहले पायदान पर वियतनाम आया है. डिजिटल करेंसी को अपनाने के मामले में अमेरिका, यूके और चीन जैसे देश भारत से पीछे छूट गए हैं. इस रिपोर्ट में 154 देशों की लिस्ट जारी की गई है. रिपोर्ट के मुताबिक जून 2020 से जुलाई 2021 के बीच क्रिप्टोकरेंसी को स्वीकार करने की दर में 880 फीसदी का उछाल आया है. 2019 की तीसरी तिमाही यानी (अक्टूबर-दिसंबर 2019) के मुकाबले इसमें 2300 फीसदी की ऐतिहासिक तेजी दर्ज की गई है.
अमेरिकी रिसर्च फर्म Finder की तरफ से 47 हजार यूजर्स की सैंपलिंग की गई. 30 फीसदी इंडियन यूजर्स ने कहा कि उन्होंने क्रिप्टोकरेंसी में निवेश किया है. फाइंडर की रिपोर्ट के मुताबिक, Bitcoin भारत की सबसे पॉप्युलर क्रिप्टोकरेंसी है. इसके बाद Ripple, Ethereum और Bitcoin Cash का नंबर आता है. इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि भारत में बड़े पैमाने पर इसके जरिए रेमिटेंस भेजा जा रहा है. क्रिप्टो रेमिटेंस के मामले में भी भारत दुनिया में नंबर वन है.
WazirX भारत में सबसे बड़ा क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग प्लैटफॉर्म है. वजीर एक्स ने कहा कि टायर-2, टायर-3 शहरों में भी क्रिप्टोकरेंसी के प्रति दिलचस्पी काफी बढ़ी है. यूजर्स की संख्या में 2648 फीसदी का उछाल आया है. इससे साफ पता चलता है कि भारत में क्रिप्टो के प्रति दीवानगी में छोटे शहरों का बड़ा योगदान है. वजीर एक्स का दावा है कि उसके प्लैटफॉर्म पर 73 लाख क्रिप्टो यूजर्स हैं. पिछले एक साल में इस प्लैटफॉर्म पर 21.8 बिलियन डॉलर यानी 1.5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की ट्रेडिंग की गई है.
सीएनबीसी टीवी18 में छपी रिपोर्ट में वजीर एक्स के सीओओ और को-फाउंडर सिद्धार्थ मेनन ने कहा कि 2017-18 में भारत में डिजिटल करेंसी के प्रति दिलचस्पी काफी कम थी. अब हालात पूरी तरह बदल चुके हैं. छोटे शहर की महिलाएं भी डिजिटल असेट में निवेश करने लगी हैं. Coinswitch Kuber ने भी अपनी रिपोर्ट में ऐसे ही ट्रेंड की बात कही है