सब्जियों की बढ़ती कीमतों ने टमाटर को आम आदमी की थाली से गायब कर दिया है. कहीं 140 तो किसी शहर में 200 रुपये प्रति किलो की दर से टमाटर मिल रहा है. केंद्र सरकार लगातार कीमत कम करने की कोशिश कर रही है. ई-कॉमर्स स्टार्टअप मैजिकपिन ने एनसीसीएफ के साथ एक समझौते के तहत 70 रुपये प्रति किलोग्राम पर टमाटर बेचना शुरू कर दिया है। कंपनी ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि टमाटर सरकार समर्थित ओएनडीसी पर पंजीकृत चुनिंदा ऑनलाइन प्लेटफार्मों के माध्यम से बेचे जाएंगे। बयान के मुताबिक, इस व्यवस्था के तहत उपभोक्ता दिल्ली-एनसीआर और चुनिंदा शहरों में मैजिकपिन ऐप, पेटीएम, फोनपे पिनकोड और मायस्टोर के जरिए टमाटर खरीद सकते हैं।
ओएनडीसी की मदद से संभव हुआ
मैजिकपिन के सीईओ और सह-संस्थापक अंशु शर्मा ने कहा कि हमें बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। केवल दो दिनों में दिल्ली-एनसीआर के 90 से अधिक पिनकोड पर 1,000 ऑर्डर डिलीवर किए गए हैं। एनसीसीएफ और ओएनडीसी की पहल का उद्देश्य इस चुनौतीपूर्ण समय में उपभोक्ताओं की मदद करना है। इस पहल के तहत एक उपभोक्ता प्रति सप्ताह अधिकतम दो किलोग्राम टमाटर खरीद सकता है।
इस वजह से टमाटर के दाम बढ़ गए हैं
इस खराब मौसम से सब्जियों को बुखार हो गया है. टमाटर तो पहले से ही लाल था, अब उत्तर भारत में भारी बारिश के कारण अन्य सब्जियों के दाम भी 200 रुपये के करीब पहुंच गए हैं. जमीन के अंदर उगने वाली प्याज और अदरक जैसी सब्जियों पर भी मौसम की मार पड़ी है. हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान समेत देश के कई हिस्सों में पिछले कुछ दिनों में भारी बारिश हुई है. इससे कई फसलों को नुकसान हुआ है.