संकटग्रस्त PMC बैंक का नाम, बदल गया अब ग्राहकों के पैसे का क्या होगा जाने डिटेल

USFBL इस योजना के प्रावधानों के क्रियान्वयन के लिए जरूरी व्यवस्था कर रहा है.

Update: 2022-01-26 12:07 GMT

  जनता से रिश्ता वेबडेस्क |  भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा करीब ढाई साल पहले पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक (PMC Bank) के बोर्ड को भंग करने बाद सरकार ने यूनिटी स्मॉल फाइनेंस बैंक (Unity Small Finance Bank) के साथ संकटग्रस्त लेंडर को विलय को मंजूरी दे दी. यूनिटी एसएफबी में 25 जनवरी को तनावग्रस्त पीएमसी बैंक का विलय पूरा हो गया. इससे अब पीएमसी बैंक की शाखाएं यूएसएफबीएल की शाखाओं के रूप में काम करेंगी. रिजर्व बैंक ने यह जानकारी दी है. केंद्रीय बैंक ने कहा कि पीएमसी बैंक की शाखाओं ने मंगलवार से यूएसएफबीएल की शाखाओं के रूप में काम करना शुरू कर दिया है.

आपको बता दें कि करीब दो साल पहले वित्तीय अनियमितता का मामला सामने आने के बाद रिजर्व बैंक ने पीएमसी बैंक के बोर्ड को भंग कर दिया था. सरकार ने मंगलवार को विलय की योजना को मंजूरी देते हुए अधिसूचित कर दिया. यूएसएफबीएल बैंक इसके तहत पीएमसी बैंक की संपत्तियों और देनदारियों के साथ जमाओं का अधिग्रहण करेगा.
USFBL इस योजना के प्रावधानों के क्रियान्वयन के लिए जरूरी व्यवस्था कर रहा है. रिजर्व बैंक ने विलय की इस योजना का मसौदा तैयार किया था, जिसे 22 नवंबर, 2021 को सार्वजनिक किया गया था.
2019 मे हुआ था घोटाले का खुलासा
PMC बैंक में फर्जी खातों के जरिए एक डेवलपर को 6500 करोड़ रुपए का कर्ज दिया गया था. इस घोटाले की जानकारी ​साल 2019 में रिजर्व बैंक को लगी थी. रिजर्व बैंक ने सितंबर 2019 में बैंक पर कड़े प्रतिबंध लगा दिए थे. 23 सितंबर 2019 से RBI का मोरेटोरियम लगा है. इसके तहत बैंक के जमाकर्ताओं पर निकासी प्रतिबंध लगा. RBI ने PMC बैंक के बोर्ड को भंग कर दिया था.
RBI ने तैयार की विजय की योजना
भारतीय रिजर्व बैंक ने विलय की यह योजना तैयार की थी और इसे 22 नवंबर को सार्वजनिक रूप से जारी किया गया था. और इसपर सुझाव और आपत्तियां मांगी गई थीं. टिप्पणियां देने की आखिरी तारीख 10 दिसंबर थी. रिजर्व बैंक ने कहा था कि विलय की इस योजना के मसौदे के तहत USFB बैंक PMC बैंक की संपत्तियों और देनदारियों सहित जमाओं का अधिग्रहण करेगा. इससे बैंक के जमाकर्ताओं को बेहतर संरक्षण मिल सकेगा. USFB का गठन 1,100 करोड़ रुपए की पूंजी के साथ किया गया है.
निवेशकों के मिलेगा उनका पैसा
पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक के ग्राहकों की जमा पूंजी अगले 3-10 सालों के भीतर लौटाई जाएगी. यूनिटी स्मॉल फाइनेंस बैंक DICGC के तहत जमाकर्ताओं को 5 लाख रुपए तक की गारंटीड अमाउंट देगा. 5 लाख से ज्यादा जमा होने पर वह एडिशनल 50 हजार रुपए दो सालों के भीतर, 1 लाख रुपए तक 3 सालों के भीतर, 3 लाख रुपए 4 सालों के भीतर, 5.5 लाख 5 सालों के भीतर और उससे ज्यादा अमाउंट को 10 सालों के भीतर दे देगा.


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