Ayodhya की इकोनॉमी पर दिखने लगा राम मंदिर बनने का असर

Update: 2024-08-31 10:47 GMT

Business व्यापार : उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण का असर अब शहर की अर्थव्यवस्था पर दिखने लगा है। लग्जरी होटल चलाने वाली कंपनियों से लेकर कई रियल एस्टेट कंपनियां यहां ऊंचे दामों पर जमीन खरीद रही हैं। इसके चलते राम मंदिर और हाईवे से सटी जमीन 1235 फीसदी तक ऊंचे दामों पर बिक चुकी है। जबकि यहां के सर्किल रेट 2017 से नहीं बदले हैं। इसलिए अब इन्हें बढ़ाने का फैसला लिया गया है। स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि अयोध्या जिले की सदर तहसील के सर्किल रेट अगले महीने बुधवार यानी 4 सितंबर से 200 फीसदी बढ़ जाएंगे। अयोध्या मंडल के कमिश्नर गौरव दयाल ने इसकी जानकारी दी है। सरकारी खजाने को नुकसान अयोध्या मंडल के कमिश्नर गौरव दयाल का कहना है कि सदर तहसील क्षेत्र के सर्किल रेट बढ़ाने की सूचना प्रकाशित हो चुकी है। अगले सप्ताह 4 सितंबर को स्थानीय प्रशासन यहां के सही सर्किल रेट की जानकारी साझा करेगा। इस दिन से सभी को नए बढ़े हुए सर्किल रेट की जानकारी मिल जाएगी। अयोध्या के अपर महानिरीक्षक (स्टांप) योगेंद्र सिंह का कहना है कि राम जन्मभूमि मंदिर क्षेत्र के पास और हाईवे किनारे की जमीन पिछले तीन सालों में सर्किल रेट से 41 फीसदी से लेकर 1235 फीसदी तक ज्यादा कीमत पर खरीदी गई है। इसलिए कई इलाकों में जमीन के सर्किल रेट 200 फीसदी तक बढ़ाए जा सकते हैं। किसी भी जमीन की खरीद-फरोख्त पर सर्किल रेट के हिसाब से स्टांप ड्यूटी लगती है। यहां सर्किल रेट आखिरी बार 2017 में संशोधित किया गया था। ऐसे में नया सर्किल रेट न होने से सरकारी खजाने को स्टांप ड्यूटी का नुकसान हो रहा है।

बदल रही है अयोध्या की अर्थव्यवस्था भगवान श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा इसी साल 22 जनवरी को हुई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद बाल रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की थी। तब से इस इलाके की अर्थव्यवस्था लगातार बदल रही है, क्योंकि राम मंदिर निर्माण के बाद यहां धार्मिक पर्यटन की संभावनाएं बढ़ गई हैं। इसलिए यहां होटल से लेकर रियल एस्टेट तक कई प्रोजेक्ट आने वाले हैं। बड़े सौदे नकद में हो रहे हैं स्थानीय प्रशासन का कहना है कि सर्किल रेट के हिसाब से बैंक ट्रांसफर के जरिए जमीन मालिकों को भुगतान किया जा रहा है, जबकि ज्यादातर बड़े सौदे नकद में हो रहे हैं। इसलिए जिला प्रशासन ने नया सर्किल रेट जारी करने का फैसला किया है। इसकी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। अयोध्या के जिलाधिकारी सी.वी. सिंह ने उत्तर प्रदेश स्टांप (संपत्ति का मूल्यांकन) 1997 के नियम 4 के तहत जिले में जमीनों के मूल्यांकन सूची में संशोधन की प्रक्रिया को अंतिम रूप देने के निर्देश दिए थे। सर्वे के बाद वर्ष 2024 के लिए संशोधित सर्किल रेट तैयार कर लिए गए हैं। हालांकि इस बीच समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने आरोप लगाया है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए सर्किल रेट बढ़ाया गया है।


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