लड़की ने नाम बदलकर लड़कों को ठगा! फेसबुक पर करती थी दोस्ती, पुलिस ने किया गिरफ्तार
आज हम आपको एक ऐसे मामले के बारे में बताने जा रहे हैं जिसको जानकार आपके होश उड़ जाएंगे..
रिश्ता से रिश्ता वेबडेस्क। इंटरनेट और सोशल मीडिया ने हमारे जीवन को सरल तो बनाया है लेकिन साथ ही इनके कारण हमारे ऊपर काफी खतरा भी मंडराने लगा है. हम बात कर रहे हैं देश में बढ़ते साइबर क्राइम के मामलों की, जिनके कारण हर दिन लोगों की बहुत सारी प्राइवेट इनफॉर्मेशन और पैसे चोरी हो रहे हैं. आज हम आपको एक ऐसे मामले के बारे में बताने जा रहे हैं जिसको जानकार आपके होश उड़ जाएंगे..
ये लड़की लगा गई लड़कों को चूना
नई दिल्ली की एक 29-वर्षीय महिला को हाल ही में गिरफ्तार किया गया है क्योंकि ये अपने नाम बदल-बदलकर लड़कों को ऑनलाइन फंसाती थी और फिर उनके पैसे चोरी करके गायब हो जाती थी. दिल्ली के तिलक नर्ग के कृष्णा पूरी इलाके से इस महिला को अरेस्ट किया गया है. शिकायत दर्ज करने वाले लड़के, श्री धरम राज ने पुलिस को बताया कि इस महिला ने 'अमारा गुजराल' के नाम से उससे फेसबुक पर दोस्ती की जो यूके में रहती है. आइए जानते हैं कि आगे क्या हुआ..
आखिर हुआ क्या था..
धरम राज का कहना है कि फेसबुक पर रिक्वेस्ट भेजकर दोस्ती करने के बाद इस लड़की ने राज को बताया कि ये यूके से भारत आने का प्लान बना रही है. कुछ दिनों बाद राज के पास एक अनजान नंबर से किसी लड़की का फोन आया जिसने 'अमारा' की कस्टम ऑफिसर बनकर फोन किया और कहा कि अमारा को एयरपोर्ट पर कुछ कीमती समान के साथ रोक लिया गया है और छूटने के लिए उसे तुरंत पैसे की जरूरत है. ये सुनकर राज ने दिए गए अकाउंट नंबर में 34 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए लेकिन फिर 'अमारा' ने उसे फेसबुक और वॉट्सएप से ब्लॉक कर दिया.
गिरफ्तारी के बाद लड़की ने किया यह खुलासा
गिरफ्तार होने के बाद इस लड़की ने पुलिस को बताया कि ये आइडिया लड़की को उसके अफ्रीकी पड़ोसियों से आया जो इसी तरह लोगों को ठगा करते थे. इस लड़की ने कई सारे लोकल और यूके के सिम कार्ड्स खरीद लिए और अमारा गुजराल, लक्षिखा चौधरी, अवनी चोपड़ा, अवन्तिका चोपड़ा, अनामिका गुजराल और एमिली रोज जैसे कई नामों से फेक फेसबुक प्रोफाइल्स भी बना लीं.
ऐसा करने के बाद ये लड़की अलग-अलग लोगों से फेसबुक पर दोस्ती करती थी और फिर धीरे-धीरे वॉट्सएप पर भी बात करने लगती थी. आपको बता दें कि ये लड़की फेसबुक प्रोफाइल्स में जो तस्वीरें इस्तेमाल करती थी, वो असल में यूके के निवासियों की होती थीं.
इस तरह के खतरनाक फ्रॉड्स से बचने का सबसे बढ़िया तरीका सतर्क रहना है. बिना पूरी जांच किए आपको किसी को भी पैसे ट्रांसफर नहीं करने चाहिए, फिर चाहे तो आपके दोस्त या रिश्तेदार ही क्यों न हों.