4 साल पहले दिखाया गया सपना, आखिर कब आएगा Reliance Jio का आईपीओ? जाने डिटेल

Update: 2023-08-29 06:45 GMT
रिलायंस इंडस्ट्रीज की 46वीं सालाना आम बैठक संपन्न हो चुकी है, लेकिन बाजार विश्लेषकों और निवेशकों का सालों पुराना सपना इस बार भी पूरा नहीं हो सका. हम बात कर रहे हैं उस सपने की, जो ठीक 4 साल पहले रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने दिखाया था। अगर आप अब भी नहीं समझे तो बता दें कि हम बात कर रहे हैं जियो के प्रस्तावित आईपीओ की.
2019 में आईपीओ की घोषणा की गई थी
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने सात साल पहले 2016 में जियो के साथ टेलीकॉम इंडस्ट्री में कदम रखा था। इसके तीन साल बाद यानी 2019 में सालाना आम बैठक के दौरान निवेशकों और शेयरधारकों को संबोधित करते हुए रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने रिलायंस जियो के आईपीओ लॉन्च करने की घोषणा की थी। इसके बाद एक के बाद एक डील में हिस्सेदारी बेची जा रही है, लेकिन आईपीओ का इंतजार कम होने का नाम नहीं ले रहा है.
हर बार एजीएम से पहले उम्मीद रहती है
साल 2019 के बाद हर साल जैसे-जैसे रिलायंस इंडस्ट्रीज की एजीएम की तारीख नजदीक आती जाती है, बाजार विश्लेषकों के साथ-साथ निवेशकों की उम्मीदें भी बढ़ती जाती हैं। हर बार उन्हें लगता है कि इस साल की एजीएम में कोई ठोस घोषणा होगी और हर बार उन्हें निराश होना पड़ता है. आज की एजीएम से पहले ही लोग जियो के आईपीओ के साथ-साथ रिटेल बिजनेस और फाइनेंशियल सर्विसेज बिजनेस के ऐलान का इंतजार कर रहे थे. पिछले कुछ सालों की तरह इस साल की एजीएम में भी आईपीओ को लेकर कोई घोषणा नहीं की गई.
बेच दी Jio की इतनी हिस्सेदारी!
रिलायंस इंडस्ट्रीज के टेलीकॉम कारोबार रिलायंस जियो इन्फोकॉम का स्वामित्व उसकी सहायक कंपनी जियो प्लेटफॉर्म्स के पास है। 2019 में आईपीओ योजना की घोषणा के बाद साल 2020 में ही 12 सौदों में जियो प्लेटफॉर्म्स की 25 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी बेची जा चुकी है. उन सौदों में फेसबुक और गूगल जैसी कंपनियों के नाम शामिल हैं। फेसबुक ने 43,500 करोड़ रुपये के लिए 10 फीसदी और गूगल ने 33,700 करोड़ रुपये के लिए 7.7 फीसदी हिस्सा लिया. जियो प्लेटफॉर्म्स अलग-अलग डील में करीब 25 फीसदी हिस्सेदारी बेचकर करीब 1.18 लाख करोड़ रुपये जुटाने में सफल रही.
ये है जियो प्लेटफॉर्म्स की वैल्यू
साल 2020 में जियो प्लेटफॉर्म्स की वैल्यू 63 अरब डॉलर (करीब 5 लाख करोड़ रुपये) आंकी गई। बाजार के अनुमान के मुताबिक, तब से कंपनी की वैल्यू 27-28 फीसदी बढ़ गई होगी। इस हिसाब से जियो प्लेटफॉर्म्स की मौजूदा वैल्यू करीब 6.5 लाख करोड़ रुपये आंकी गई है। हालाँकि, कंपनी की सही कीमत का पता तभी चल सका जब इसके शेयर IPO के बाद खुले बाज़ार में सूचीबद्ध हुए।
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