केंद्र सरकार ने दी बड़ी राहत, पल्स ऑक्सीमीटर और बीपी मशीन के दामों में भारी गिरावट का अनुमान
नई दिल्ली. केंद्र सरकार का नया कदम आम आदमी के लिए राहत लेकर आया है. सरकार ने शनिवार को पल्स ऑक्सीमीटर (Pulse Oximeter), ब्लड प्रेशर नापने की मशीन (Blood Pressure Monitoring Machine) समेत 5 मेडिकल डिवाइस पर ट्रेड मार्जिन (Trade Margin) यानी सीमित करने का फैसला किया है. इसके चलते इन मशीनों की कीमतों में भारी गिरावट का अनुमान लगाया जा रहा है. खबर है यह सीमा 20 जुलाई से लागू हो जाएगी. इस बात की जानकारी रसायन और उर्वरक मंत्रालय ने शनिवार को दी है. स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया (Mansukh Mandaviya) ने भी इसे लेकर ट्वीट किया है.
सरकार ने पल्स ऑक्सीमीटर, ब्लड प्रेशर मॉनीटरिंग मशीन, नेब्युलाइजर, डिजीटल थर्मामीटर, ग्लूकोमीटर का ट्रेड मार्जिन को सीमित किया है. इसके संबंध में बीती 13 जुलाई को अधिसूचना जारी की गई थी. नेशनल फार्मास्यूटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी न (NPPA) ने बताया था कि कोविड महामारी के दौरान चिकित्सा उपकरणों को सस्ता बनाने के उद्देश्य से यह कदम उठाया गया है. उस दौरान ट्रेड मार्जिन 70 फीसदी तय किया गया था.
भाषा के अनुसार, (एनपीपीए) ने पांच चिकित्सा उपकरणों - ऑक्सीमीटर, ग्लूकोमीटर, बीपी जांच मशीन, नेबुलाइजर और डिजिटल थर्मामीटर के व्यापार मार्जिन पर सीमा लगाने के लिए डीपीसीओ (औषधि कीमत नियंत्रण आदेश) 2013 के पैरा 19 के तहत असाधारण शक्तियों का प्रयोग किया है. प्राधिकरण ने ट्विटर पर लिखा था, 'एनपीपीए ने ऑक्सीमीटर, ग्लूकोमीटर, बीपी जांच मशीन, नेबुलाइजर और डिजिटल थर्मामीटर के मामले में व्यापार मार्जिन को युक्तिसंगत बनाने के लिये कदम उठाया है. वितरकों के स्तर पर मार्जिन 70 प्रतिशत नियत किया गया है.'
इन उपकरणों पर फिलहाल 3 प्रतिशत से लेकर 709 प्रतिशत तक मार्जिन लगती है. NPPA ने पाया था कि निर्माताओं, विपणक, आयातकों से मिले डेटा से पता चलता है कि इन पांच डिवाइस पर मौजूदा ट्रेड मार्जिन प्राइस डू डिस्ट्रीब्यूटर से एमआरपी स्तर तक 709 फीसदी तक थी. रिपोर्ट्स के अनुसार, सबसे ज्यादा कमी आयात किए जाने वाले पल्स ऑक्सीमीटर की कीमतों में देखी जा सकती है.