मकानों की कीमत में आई सबसे ज्यादा कमी...रियल एस्टेट सेक्टर में मंदी और गहराई...जानें क्यों

लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से लगे आर्थिक झटकों ने इसे और कमजोर कर दिया है.

Update: 2020-10-11 14:23 GMT
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। रियल-एस्टेट सेक्टर पिछले कई सालों से परेशानियों से घिरा है.लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से लगे आर्थिक झटकों ने इसे और कमजोर कर दिया है. पिछले कुछ महीनों से इसकी मांग में भारी कमी आई है. इस साल जुलाई से सितंबर के बीच देश के टॉप छह शहरों में घरों की कीमत में काफी गिरावट दर्ज की गई है. एक रिपोर्ट के मुताबिक इनमें दो से सात फीसदी की कमी आई है.

सात फीसदी तक गिरी है मकानों की कीमत

पीटीआई की एक एक खबर के मुताबिक प्रॉपर्टी कंस्लटेंट कंपनी नाइट फ्रैंक इंडिया ने कहा के देश टॉप छह शहरों में मकानों की कीमत में दो से सात फीसदी की गिरावट आई है. इन शहरों में दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, चेन्नई, पुणे, कोलकाता और अहमदाबाद शामिल हैं. हालांकि इस दौरान बेंगलुरु और अहमदाबाद में घरों की औसत कीमतें साल भर की तुलना में क्रमश: तीन और चार फीसदी बढ़ गई है.

चेन्नई में सबसे ज्यादा दाम में गिरावट

रिपोर्ट के मुताबिक मकानों की कीमत में सबसे ज्यादा कमी चेन्नई में आई है. इसके बाद दिल्ली एनसीआर और पुणे में पांच-पांच फीसदी की कमी आई. कोलकाता और अहमदाबाद में तीन-तीन फीसदी और मुंबई में दो फीसदी की कमी देखने को मिली. देश के आठ प्रमुख शहरों में से छह में सालाना आधार पर घरों की औसत कीमतों में कमी आई है. रिपोर्ट के मुताबिक सितंबर तिमाही में 33,403 रेजिडेंशियल यूनिट्स की बिक्री हुई.

यह जून तिमाही में बिकी 9,632 यूनिट्स की तुलना में साढ़े तीन गुना अधिक है. नाइट फ्रैंक इंडिया के एमडी शिशिर बैजल के मुताबिक 2020 की तीसरी तिमाही में बिक्री और लॉन्‍च में काफी सुधार देखने को मिला. डेवलपर्स का फोकस इनवेंट्री खाली करने पर है. घर खरीदार तैयार प्रॉपर्टी को ज्‍यादा तरजीह दे रहे हैं.

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