टी रविशंकर बने आरबीआई के नए डिप्टी गवर्नर, बीपी कानूनगो की जगह ली

ऐसे में लोग घर में कैश रखना शुरू कर रहे हैं.

Update: 2021-05-03 05:47 GMT

टी रविशंकर (T Rabi Sankar) को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) का डिप्टी गवर्नर बनाया गया है. वह केंद्रीय बैंक की सब्सिडियरी कंपनी इंडियन फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी एंड एलाइड सर्विसेज के चेयरमैन थे. रविशंकर आरबीआई के चार डिप्टी गवर्न स्तर के अधिकारियों में एक होंगे. बीपी कानूनगो के दो अप्रैल को रिटायर होने के बाद से डिप्टी गवर्नर का चौथा पद खाली था. कानूनगो एक साल सेवा विस्तार के बाद रिटायर हुए.

केंद्रीय मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने रविशंकर की नियुक्ति के प्रस्ताव को मंजूरी दी. वह कानूनगो के विभाग की जिम्मेदारी संभाल सकते हैं जो फिनटेक, सूचना प्रौद्योगिकी, भुगतान प्रणाली और लोखिम निगरानी के प्रभागों की जिम्मेदारी संभाल रहे थे.
3 वर्ष के लिए होगी नियुक्ति
उनकी नियुक्ति तीन वर्ष या उनकी सेवानिवृत्ति की तिथि में जो भी पहले होगा, तब तक के लिए की गयी है. आरबीआई के अन्य तीन डिप्टी गवर्नर में माइकल डी पात्रा, मुकेश जैन और राजेश्चर राव शामिल हैं. माइकल पात्रा मॉनिटरी पॉलिसी डिपार्टमेंट के हेड हैं.
कौन हैं रविशंकर?
रविशंकर सितंबर 1990 में आरबीआई में अनुसंधान अधिकारी के रूप में नियुक्त किए गए थे. उन्होंने बीएचयू से विज्ञान एवं सांख्यिकी में स्नात्कोत्तर स्तर की पढ़ाई की. वह इंस्टिट्यूट आफ इकोनामिक ग्रोथ से विकास योजना का डिप्लोमा पाठ्यक्रम भी किए हुए हैं.
वह पिछले साल इंडियन फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी एंड एलाइड सर्विसेज के चेयरमैन बनाए गए थे. इससे पहले वह अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) और बांग्लादेश के केंद्रीय बैंक के साथ भी भारत सरकार की ओर से काम कर चुके हैं.
लोगों ने 15 दिन में निकाल लिया 27 लाख करोड़ का कैश
आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक में कोरोना काल में केवल एक पखवाड़े यानी 15 दिनों के अंदर लोगों ने बैकों से जमकर कैश की निकासी की है. भारतीय रिजर्व बैंक के डाटा के मुताबिक बीते 9 अप्रैल को समाप्त हुए पखवाड़े में जनता के पास कैश बढ़ कर 27.87 लाख करोड़ रुपए के बराबर हो गया है. एक पखवाड़े में ही यह 30,186 करोड़ रुपए की बढ़ोतरी है. दरअसल लोगों में लॉकडाउन का जर का माहौल है ऐसे में लोग घर में कैश रखना शुरू कर रहे हैं.


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