बैंकों में आज और कल हड़ताल, ATM भी रह सकता है खाली, सरकारी बैंकों के कामकाज पर पड़ेगा असर
कॉन्फेडेरेशन ऑफ इंडिया (Bank Employees Confederation of India -BEFI) शामिल हैं.
देश के दो बैंकों के निजीकरण (Privatisation) प्रस्ताव के खिलाफ यूनाइडेट फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स (UFBU) के तहत 9 यूनियन ने आज यानी 15 मार्च और कल यानी 16 मार्च 2021 को हड़ताल का ऐलान किया है. ऑल इंडिया बैंक एम्पलाॉइज एसोसिएशन (AIBEA) के महासचिव सीएच वेंकटचलम ने दावा किया था कि करीब 10 लाख बैंक के कर्मचारी इस हड़ताल में शामिल होंगे. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), केनरा बैंक (Canara Bank) समेत कई सरकारी बैंकों ने अपने ग्राहकों को हड़ताल की वजह से कामकाज पर असर पड़ने की जानकारी दी थी.
4 साल में 14 बैंकों का किया गया विलय
बैंको ने ग्राहकों को हालांकि ये भी बताया है कि वे प्रस्तावित हड़ताल के दिन बैंकों और शाखाओं में बेहतर तरीके से कामकाज करने के लिए आवश्यक कदम उठा रहे हैं. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2021 के भाषण के दौरान कहा था कि केंद्र सरकार इस साल 2 सरकारी बैंकों और एक इंश्योरेंस कंपनी का निजीकरण करेगी. सरकार ने साल 2019 में भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) में आईडीबीआई बैंक (IDBI Bank) की बहुलांश हिस्सेदारी बेची थी. पिछले 4 साल में 14 सार्वजनिक बैंकों का विलय भी किया गया है. इसके बाद फिलहाल देश में 12 सरकारी बैंक हैं. वहीं, दो बैंकों का वित्त वर्ष 2021-22 में निजीकरण होने के बाद इनकी संख्या 10 रह जाएगी.
हड़ताल में ये बैंक यूनियन होंगी शामिल
UFBU के सदस्यों में ऑल इंडिया बैंक एम्पलाॉइज एसोसिएशन (All India Bank Employees Association -AIBEA), ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कॉन्फेडेरेशन ((All India Bank Officers Confederation -AIBOC), नेशनल कॉन्फेडेरेशन ऑफ बैंक एम्पलॉइज (National Confederation of Bank Employees - (NCBE), ऑल बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन (All India Bank Officers Association -AIBOA) और बैंक एम्पलॉइज कॉन्फेडेरेशन ऑफ इंडिया (Bank Employees Confederation of India -BEFI) शामिल हैं.