शेयर बाजार: सेंसेक्स में आई 627 अंकों की गिरावट, निवेशकों के डूबे 48 हजार करोड़ रुपए
सप्ताह के दूसरे कारोबारी सत्र में शेयर बाजार गिरावट के साथ बंद हुआ
सप्ताह के दूसरे कारोबारी सत्र में शेयर बाजार गिरावट के साथ बंद हुआ. 30 शेयरों का इंडेक्स सेंसेक्स आज 627 अंकों की गिरावट के साथ 49509 के स्तर पर बंद हुआ. उसी तरह 50 शेयरों का इंडेक्स निफ्टी 154 अंकों की गिरावट के साथ 14690 के स्तर पर बंद हुआ. बाजार में आई इस गिरावट के कारण निवेशकों के करीब 48 हजार करोड़ रुपए डूब गए. BSE लिस्टेड कंपनियों का टोटल मार्केट कैप घटकर 20.28 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया.
आज आईटीसी, बजाज फाइनेंशियल सर्विसेज, हिंदुस्तान यूनीलिवर, एसबीआई और टीसीएस के शेयर तेजी के साथ बंद हुए. वहीं एचडीएफसी, एचडीएफसी बैंक, पावर ग्रिड, टेक महिंद्रा और आईसीआईसीआई बैंक के शेयर टॉप लूजर्स रहे. आज बैंक्स और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में आई गिरावट के कारण सेंसेक्स में इतनी बड़ी गिरावट दर्ज की गई
ग्लोबल मार्केट का साफ दिख रहा है असर
ग्लोबल मार्केट में परिस्थितियां काफी तेजी से बदल रही है जिसका डोमेस्टिक बाजार पर साफ-साफ असर देखा जा रहा है. डॉलर इंडेक्स बढ़कर 93.21 पर पहुंच चुका है जो पिछले 15 महीने का उच्चतम स्तर है. वहीं, 10 साल का अमेरिकी बॉन्ड यील्ड भी बढ़कर 1.728 फीसदी पर पहुंच चुका है. 30 मार्च को यह 1.77 फीसदी के स्तर पर पहुंच गया था जो जनवरी 2020 के बाद सबसे ज्यादा है.
यील्ड में तेजी का दिख रहा असर
रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीति मामलों के प्रमुख विनोद मोदी ने कहा, ''कोविड-19 मामलों में तेजी को लेकर चिंता तथा इसके कारण कुछ जगहों पर पाबंदियों के कारण निवेशकों की धारणा पर असर पड़ा और घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट दर्ज की गई.''उन्होंने कहा कि इसके अलावा अमेरिकी ट्रेजरी के बॉन्ड यील्ड में तेजी और डॉलर सूचकांक के मजबूत होने से भी चिंता बढ़ी है.
मांग में गिरावट से कच्चा तेल सस्ता हुआ
वित्तीय क्षेत्र खासकर निजी बैंकों में भारी मुनाफावसूली देखी गई. इसके अलावा आईटी कंपनियों के शेयरों में बिकवाली दबाव रहा. हालांकि निवेशक दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों, धातु और औषधि कंपनियों के शेयरों में लगातार निवेश कर रहे हैं. एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई, हांगकांग, सोल और तोक्यो नुकसान में रहे. भारतीय समयानुसार दोपहर बाद खुले यूरोप के प्रमुख बाजारों में भी गिरावट का रुख रहा. इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.58 प्रतिशत की गिरावट के साथ 63.80 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया.