नई दिल्ली: अमेरिका में ब्याज दरों (US Interest Rate Hike) में रिकॉर्ड बढ़ोतरी के बाद आज गुरुवार को घरेलू शेयर बाजार (Share Market) ने जबरदस्त वापसी की. पिछले कई दिनों से लगातार गिरावट का शिकार हो रहे बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) और एनएसई निफ्टी (NSE Nifty) दोनों ने बाजार खुलते ही 1-1 फीसदी से ज्यादा की छलांग लगा दी.
घरेलू बाजार प्री-ओपन सेशन (Pre-Open Session) से ही मजबूत शुरुआत के संकेत दे रहा था. प्री-ओपन सेशन में बीएसई सेंसेक्स एक समय 800 अंक से ज्यादा की मजबूती में था. हालांकि बाद में बाजार खुलने से पहले प्री-ओपन सेशन में मजबूती पर कुछ लगाम लगी और सेंसेक्स की बढ़त कम होकर 500 अंक से नीचे आ गई. इसके बाद जैसे ही कारोबार की शुरुआत हुई, दोनों मेजर इंडेक्स 1-1 फीसदी से ज्यादा मजबूती में रहे. सुबह के 09:20 बजे सेंसेक्स 550 अंक से ज्यादा की बढ़त के साथ 53 हजार अंक के पार कारोबार कर रहा था. निफ्टी करीब 150 अंक उछलकर 15,850 अंक के पास था.
इससे पहले बुधवार के कारोबार में शेयर बाजार पूरे दिन वोलेटाइल बने रहे. जब बाजार बंद हुआ, तब सेंसेक्स 152.18 अंक (0.29 फीसदी) गिरकर 52,541.39 अंक पर और निफ्टी 39.95 अंक (0.25 फीसदी) के नुकसान के साथ 15,692.15 अंक पर रहा. मंगलवार को सेंसेक्स 153.13 अंक गिरकर 52,693.57 अंक पर और निफ्टी 42.30 अंक के नुकसान के साथ 15,732.10 अंक पर रहा था.
सप्ताह के पहले दिन सोमवार को तो बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली थी. सोमवार के कारोबार में सेंसेक्स एक समय करीब 16 हजार अंक गिरकर 52,527.08 अंक के निचले स्तर पर आ गया था. कारोबार समाप्त होने के बाद सेंसेक्स 1,456.74 अंक (2.68 फीसदी) के नुकसान के साथ 52,846.70 अंक पर और एनएसई निफ्टी 427.40 अंक (2.64 फीसदी) गिरकर 15,774.40 अंक पर बंद हुआ था.
आज ग्लोबल मार्केट बढ़त में कारोबार कर रहे हैं. अमेरिकी बाजारों की बात करें तो बुधवार को फेडरल रिजर्व के रेट हाइक के बाद डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज (Dow Jones Indutrial Average) 01 फीसदी के फायदे में रहा था. टेक फोकस्ड इंडेक्स नास्डैक कंपोजिट (Nasdaq Composite) में 2.50 फीसदी की तेजी रही थी. वहीं एसएंडपी 500 (S&P 500) 1.46 फीसदी की बढ़त में रहा था. आज एशियाई बाजारों में भी तेजी देखने को मिल रही है. जापान का निक्की (Nikkei) 1.40 फीसदी के फायदे में है. हांगकांग का हैंगसेंग (Hangseng) 0.06 फीसदी के मामूली नुकसान में है, जबकि चीन का शंघाई कंपोजिट (Shanghai Composite) 0.10 फीसदी के फायदे में है.