महंगा हुआ सोयाबिन तेल, सरसों के भाव ने पकड़ी ऊंचाई, पढ़ें पूरी खबर
सरसों के भाव ने पकड़ी ऊंचाई
Edible oil latest price: शिकागो एक्सचेंज में दो फीसदी के सुधार और सोयाबीन के तेल रहित खल (DOC) की मांग निकलने के कारण दिल्ली तेल-तिलहन बाजार में सोमवार को सोयाबीन तेल-तिलहन के साथ-साथ बिनौला, कच्चा पाम तेल (CPO) और पामोलीन तेल कीमतों में सुधार आया. मूंगफली की गर्मी की फसल की मंडियों में आवक बढ़ने से मूंगफली तेल-तिलहन के भाव नुकसान के साथ बंद हुए.
बाजार सूत्रों ने बताया कि शिकागो एक्सचेंज में भाव में दो फीसदी का सुधार आया है जिसकी वजह से लगभग सारे खाद्य तेल के भाव में सुधार देखने को मिला है. दूसरी ओर मलेशिया एक्सचेंज में आधा फीसदी की गिरावट के बावजूद पामोलीन की मांग निकलने और बेपड़ता कारोबार की वजह से CPO और पामोलीन तेल कीमतों में भी सुधार आया. उन्होंने कहा कि देश में उत्तर प्रदेश के आगरा, सलोनी और राजस्थान के कोटा में सरसों दाना का भाव 7,450 रुपए क्विन्टल से बढ़ाकर 7,500 रुपए क्विन्टल कर दिया गया है. सरसों की मांग 10-15 दिनों में बरसात के दिनों में और बढ़ेगी.
नाफेड के पास माल का अभाव
पिछले वर्ष जुलाई में सहकारी संस्था हाफेड और नाफेड रोजाना दो से सवा दो लाख बोरी सरसों की बिक्री कर रही थी, लेकिन इस बार उसके पास माल नहीं के बराबर है. पिछले वर्ष सरसों में ब्लेंडिंग की अनुमति थी लेकिन इस बार खाद्य नियामक, एफएसएसएआई ने आठ जून से सरसों में किसी भी तेल की ब्लेंडिंग पर रोक लगा दी है और जहां कहीं ब्लेंडिंग वाले सरसों तेल की शिकायत मिल रही है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.
आगे बंपर पैदावार की उम्मीद
उन्होंने कहा कि सरकार को सरसों के बेहतर दाने का इंतजाम अगली बिजाई के लिए अभी से कर लेना चाहिये. किसानों को सरसों के हाल में जो दाम मिले हैं और अगली फसल के लिए सरसों बीजों का समुचित इंतजाम रहे तो अगली पैदावार लगभग दोगुना होने की संभावना है. सूत्रों ने कहा कि स्थानीय स्तर पर DOC की भारी मांग निकलने तथा शिकॉगो एक्सचेंज में तेजी की वजह से सोयाबीन तेल-तिलहन कीमतों में पर्याप्त सुधार देखने को मिला.
पोमोलीन तेल कीमतों में आई तेजी
उन्होंने कहा कि मलेशिया एक्सचेंज में आधा फीसदी की गिरावट होने के बावजूद पामोलीन की मांग होने और बेपड़ता कारोबार की वजह से CPO और पामोलीन तेल कीमतों में भी सुधार आया. मूंगफली की गर्मी की फसल की मंडियों में आवक बढ़ने के कारण मूंगफली तेल-तिलहनों के भाव गिरावट के साथ बंद हुए जबकि स्थानीय मांग होने से बिनौला तेल कीमतों में सुधार दर्ज हुआ.
ऐसा रहा थोक भावन (भाव- रुपए प्रति क्विंटल)
> सरसों तिलहन – 7,275 – 7,325 (42 फीसदी कंडीशन का भाव) रुपए.
>> मूंगफली दाना – 5,445 – 5,590 रुपए.
>> मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात)- 13,350 रुपए.
>> मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड तेल 2,055 – 2,185 रुपए प्रति टिन.
>> सरसों तेल दादरी- 14,250 रुपए प्रति क्विंटल.
>> सरसों पक्की घानी- 2,300 -2,350 रुपए प्रति टिन.
>> सरसों कच्ची घानी- 2,400 – 2,500 रुपए प्रति टिन.
>> तिल तेल मिल डिलिवरी – 15,000 – 17,500 रुपए.
>> सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 13,450 रुपए.
>> सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 13,320 रुपए.
>> सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 12,220 रुपए.
>> CPO एक्स-कांडला- 10,480 रुपए.
>> बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 13,000 रुपए.
>> पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 12,200 रुपए.
>> पामोलिन एक्स- कांडला- 11,100 (बिना जीएसटी के)
>> सोयाबीन दाना 7,470 – 7,520, सोयाबीन लूज 7,370 – 7,420 रुपए
>> मक्का खल 3,800 रुपए