होम लोन दरों में छोटी राहत दे सकती है बड़ा प्रॉफिट
15 साल के 20 लाख रुपये के लोन पर दरों में आधा प्रतिशत की राहत आपको एक लाख बीस हजार रुपये तक का फायदा करा सकती है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अगर आपको कम दरों पर होम लोन बैलैंस ट्रांसफर का मौका मिल रहा है तो उसे जाने न दें. अगर पूरी कैलकुलेशन के साथ आपने इस ऑफर का लाभ लिया तो आधा प्रतिशत की मामूली सी दिखने वाली कटौती भी आपको 6 ईएमआई का फायदा दे सकती है. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपने ग्राहकों को ऐसी है एक कैलकुलेशन दी है जिसे देखकर आप भी जान सकेंगे कि बैलेंस ट्रांसफर का कोई भी ऑफर आपके लिये कितना फायदेमंद है.
बैंक ने दी है क्या कंडीशन
स्टेट बैंक ने जो उदाहरण दिया है वो खास कंडीशन के लिये है. हालांकि आप इसी के आधार पर जान सकते हैं कि आपके लिये कोई भी ऑफर कितना फायदेमंद रहेगा. स्टेट बैंक की ये कैलकुलेशन 20 लाख रुपये के आउटस्टैंडिंग पर हैं और भुगतान के लिये शेष समय 15 साल का है. स्टेट बैंक ने माना है कि पिछला बैंक ग्राहक से 10 प्रतिशत पर होम लोन ऑफर कर रहा था. वहीं स्टेट बैंक 9.5 प्रतिशत पर लोन ऑफर कर रहा है,
क्या है बैंक की रणनीति
बैंक ने ग्राहकों का मुनाफा ज्यादा से ज्यादा करने के लिये एक खास रणनीति भी दी है.दरअसल 20 लाख जैसी रकम पर दरों में आधा प्रतिशत की कमी का असर कम दिखेगा, हालांकि बैंक इस शेष बची रकम के निवेश की सलाह देता है. और आगे दी गयी कैलकुलेशन में बताता है कि कटौती में फायदा सीधा लेने पर और उसे निवेश करने पर आपके रिटर्न क्या रहेंगे.
क्या है बैंक की कैलकुलेशन
20 लाख रुपयो का आउटस्टैंडिग पर 10 प्रतिशत ब्याज दर पर ईएमआई 21492 रुपये होगी वहीं इसी रकम पर 9.5 प्रतिशत पर ईएमआई 20945 रुपये होगी यानि ईएमआई पर 547 रुपये का फायदा बैंक के मुताबिक अगर आप सीधे रकम को वापस ले जाते हैं तो पूरे लोन पर आपको कुल 98482 रुपये का फायदा होगा. दरअसल 10 प्रतिशत की ब्याज दर पर आप 15 साल में 38,68,560 रुपये चुकाते हैं वहीं घटी ईएमआई देने पर आप 37,70,078 रुपये चुकाएंगे. यानि 98482 रुपये की अगर इसमें लोन स्विच करने की फीस जो कि 15 हजार रुपये तक होगी घटाने से आपका शुद्ध लाभ 83,482 रुपये होगा
क्या हो अगर आप शेष रकम निवेश करें
ईएमआई में बचने वाली रकम बेहद छोटी है और महंगाई की वजह से आने वाले सालों में इसकी कीमत और घटेगी ऐसे में स्टेट बैंक सलाह देता है कि आप इस रकम को घर ले जाने की बजाय आगे निवेश कर दें, स्टेट बैंक के मुताबिक अगर शेष बची ईएमआई को 4 प्रतिशत की दर के साथ आरडी में निवेश किया जाता है तो कुल रिटर्न बढ़कर 135090 हो जाता है. अगर इसमें 15 हजार रुपये घटा दें तो कुल रिटर्न एक लाख बीस हजार रुपये होता है.
कब फायदा करती है ये रणनीति
अगर आप मोजूदा ईएमआई चुकाने में समर्थ हैं और आपका कर्ज 10 साल या उससे ऊपर है तो आप बैलेंस ट्रांसफर और इनवेस्टमेंट की इस ऱणनीति का इस्तेमाल कर सकते हैं. दरअसल कर्ज कम समय का हुआ तो लोन स्विच करने में लगने वाली रकम आपके रिटर्न की गणित बिगाड़ सकती है, हालांकि फेस्टिव ऑफर में प्रोसेसिंग फीस आदि की छूट मिल रही हो तो आप कम समयअवधि में भी इस ऱणनीति पर आगे बढ़ सकते हैं. वहीं एक सवाल उठता है आज प्रोसेसिंग फीस में चुकाये जाने वाले 15 हजार रुपये को बैलेंस ट्रांसफर की जगह निवेश करें तो, निवेश कैलकुलेटर की माने तो 15 हजार रुपये को 5 प्रतिशत के सालाना रिटर्न पर 15 साल के लिये रखने पर करीब 32000 रुपये ही मिलते हैं